अल्लाह को खुश करने के लिये 4 साल की बेटी को गोद में बिठा कलमा पढ़ते-पढ़ते रेत दिया बेटी का गला
राजस्थान के पीपरसिटी इलाके में रमजान के पाक महीने के दौरान अल्लाह को खुश करने के लिये अपनी मासूम बेटी की कथित रूप से कुर्बानी देने वाले शख्स को शनिवार (9 जून) को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अधीक्षक (जोधपुर ग्रामीण) राजन दुष्यंत ने बताया कि शुक्रवार सुबह नवाब अली कुरैशी की बड़ी बेटी रिजवाना (चार) का शव घर पर बरामद हुआ था। रिजवाना का गला रेता हुआ था। जांच के लिए श्वान दस्ते एवं एफएसएल की टीम को बुलाया गया। दुष्यंत ने बताया कि घर अंदर से बंद होने के कारण अली पर संदेह हुआ। एसपी ने बताया कि पुलिस ने जब सख्ती की तो उसने अपनी बेटी को मारने की बात कबूल ली। उसने बताया कि रमजान के दौरान अल्लाह की रहमत पाने की खातिर उसने अपनी बेटी की हत्या कर दी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक नवाब ने पुलिस से कहा, ‘मैं एक नमाजी हूं और अपनी जिंदगी से ज्यादा मैं अपनी बच्ची से प्यार करता था। मैंने अपनी बेटी की कुर्बानी दी है।’ पुलिस ने बताया कि कुरैशी की बेटी कुछ दिन पहले तक अपनी दादी के घर में थी। कुरैशी ने गुरुवार को अपनी बेटी को अपने घर लाया था। उसने बेटी रिजवाना को घर ले जाने से पहले रास्ते में मिठाई और फल खिलाए। रात में जब परिवार के बाकी सदस्य सो गए तब कुरैशी उठा और उसने अपनी बेटी को भी उठाया। वह रिजवाना को बरामदे में लेकर गया और उसे गोद में बैठाकर कलमा पढ़ने लगा।
आरोपी ने अपने कबूलनामे में बताया कि कलमा पढ़ते वक्त उसके अंदर शैतान आ गया और शैतान ने उसके हाथों से रिजवाना का गला कटवा दिया। अपनी बेटी को मारने के बाद कुरैशी फिर से सोने चला गया। पुलिस ने बताया कि कुरैशी की पत्नी शबाना रात को करीब 3 बजे उठी तो उसने देखा कि उसकी बेटी खून से लथपथ बरामदे में पड़ी हुई है, जिसके बाद वह अपने पति के साथ रिजवाना को अस्पताल लेकर गई, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
शुरुआत में शबाना ने अज्ञात व्यक्ति के ऊपर हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। फॉरेंसिक विभाग की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची और खून के सैंपल लिए गए। साथ ही वहां मौजूद अन्य सबूत भी कलेक्ट किए गए। पुलिस ने एक एक करके परिवार के सदस्यों से पूछताछ की, इस दौरान उन्हें कुरैशी पर शक गया।