मैक्स हॉस्पिटल के लाइसेंस रद्द करने के फैसले पर मनोज तिवारी ने उठाए सवाल, डॉक्टरों ने दी हड़ताल की चेतावनी

दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल पर कार्रवाई करने के बाद जहां एक तरफ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने साफ कह दिया है कि आपराधिक लापरवाही और रोगियों से लूट के मामलों में दिल्ली सरकार निजी हॉस्पिटलों पर कड़ी कार्रवाई करने से नहीं हिचकेगी। तो वहीं बीजेपी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (डीएमए) खुलकर सरकार के सामने आ गए हैं। मनोज तिवारी ने सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक तरफ तो केजरीवाल सरकार दिल्लीवासियों को प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करने के लिए प्रेरित करती है दूसरी ओर मैक्स अस्पताल का लाइसेंस रद्द करके दोहरी नीति अपना रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार को प्राइवेट हॉस्पिटल को बेहतर बनाने के लिए प्रयास करना चाहिए। तो वहीं दूसरी ओर दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (डीएमए) ने मैक्स सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने के फैसले को आज ह्यअतार्किक और स्वेच्छाचारीह्ण करार दिया है। डॉक्टरों के इस निकाय ने कहा कि सरकार को इस मुद्दे पर दिल्ली चिकित्सा परिषद की कुछ ही दिनों में आने वाली रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए। उसने कहा कि यदि जरुरत महसूस हुई तो वह हड़ताल का आह्णह्णान करेगा और वह सरकार से लाइसेंस रद्द करने के फैसले को वापस लेने की अपील करेगा।

भारतीय मेडिकल एसोसिएशन के सुर में सुर मिलाते हुए डीएमए ने कहा कि संबंधित डॉक्टरों के खिलाफ जांच की संभावना है ऐसे में अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने का फैसला बड़ा कठोर है। डीएमए के अश्वनी गोयल ने कहा, ह्यह्यलाइसेंस रद्द करना और पूरा अस्पताल बंद करना गैर तार्किक और स्वेच्छाचारी है। निजी अस्पताल दिल्ली के 80 फीसद मरीजों का बोझ उठाते हैं। संबंधित डॉक्टरों एवं कर्मचारियों की जांच संभावित है लेकिन सभी अन्य विभाग एवं अस्पताल क्यों भुगते?ह्णह्ण तीन सदस्यीय पैनल द्वारा स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद जारी लाइसेंस रद्दकरण आदेश में सरकार ने अस्पताल को किसी भी नये मरीज को भर्ती करने से रोक दिया है और सभी बाह्य उपचार सेवाएं एवं लेबोरेटरी जांच सेवाएं तत्काल प्रभाव से बंद कर दी है ।

 

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