मनोज तिवारी को अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी सरकार की वजह से ख़तरे की आशंका, मांगी जेड सिक्योरिटी,
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने हाल ही में पश्चिम बंगाल और राष्ट्रीय राजधानी में अपने ऊपर हुए हमलों के मद्देनजर केंद्र से अपनी सुरक्षा ‘वाई’ श्रेणी से बढ़ाकर ‘जेड’ करने की मांग की है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को सोमवार (5 फरवरी, 2018) को लिखे एक पत्र में तिवारी ने कहा, ‘हाल ही में मुझपर दो हमले हुए। पहला, प्रचार अभियान के दौरान राज्य सरकार द्वारा सुरक्षा मुहैया कराए जाने से इनकार करने के बाद पश्चिम बंगाल में हुआ और दूसरा दिल्ली के मुख्य अरविंद केजरीवाल के आवास पर। इससे यह साबित होता है कि मुझे दी जाने वाली वाई श्रेणी की सुरक्षा पर्याप्त नहीं है।’
उत्तर पूर्व दिल्ली से भाजपा सासंद तिवारी 30 जनवरी को केजरीवाल के निवास पर कथित रूप से ‘आम आदमी पार्टी के विधायकों और गैर सामाजिक तत्वों द्वारा हमले’ का जिक्र कर रहे थे। वह सीलिंग अभियान से प्रभावित व्यापारियों को राहत प्रदान करने का तरीका ढूंढने पर चर्चा के लिए वहां गए थे। तिवारी ने कहा, ‘इसी वजह से मैं आपसे अपनी सुरक्षा को जेड श्रेणी में बदलने के लिए अनुरोध कर रहा हूं।’ उन्होंने कहा कि वह पार्टी के अभियान और कार्यक्रमों के लिए अन्य राज्यों का दौरा करते रहते हैं।
क्या होती है जेड श्रेणी की सुरक्षा-
जेड प्लस कैटगरी में 36 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं। इनमें 10 एनएसजी और एसपीजी कमांडो होते हैं और शेष पुलिस दल के लोग होते हैं। यह सुरक्षा वीवीआईपीज को मिली होती है। सुरक्षा के पहले घेरे की जिम्मेदारी एनएसजी की होती है, जबकि दूसरे लेयर में एसपीजी के अधिकारी होते हैं। इनके अलावा आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान भी सुरक्षा में तैनात होते हैं। जेड प्लस कैटगरी की सुरक्षा के तहत प्रधानमंत्री और पूर्व प्रधानमंत्रियों को एसपीजी कमांडो सुरक्षा कवच प्रदान करते हैं।
जेड कैटगरी में 22 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं। इनमें दिल्ली पुलिस, आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान सुरक्षा में तैनात होते हैं। जेड कैटगरी सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति को एक एस्कॉर्ट कार भी मिली होती है। वाई कैटगरी में 11 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं जिनमें दो पर्सनल सिक्योरिटी ऑफीसर्स (पीएसओ) शामिल होते हैं। एक्स कैटगरी में मात्र 2 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं जिनमें एक पीएसओ शामिल होता है।