शहनाई वाले घर में पसरा मातम
निर्भय कुमार पांडेय
अलीपुर में रविवार तड़के हुए सड़क हादसे से उस घर में मातम पसर गया है, जहां कुछ ही दिनों में शादी की शहनाइयां गूंजने वाली थीं। हादसे में जान गंवाने वाले योगेश परिवार के इकलौते बेटे थे। वे पिता प्रमोद, मां लता व बहन ममता के साथ संजय बस्ती में रहते थे। टीकमचंद उनके जीजा थे। दर्दनाक हादसे में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी। योगेश की 10 फरवरी को शादी थी। पूरा परिवार शादी की तैयारियों में जुटा हुआ था। गाजियाबाद में रहने वाली एक युवती से योगेश की शादी तय हुई थी और पांच फरवरी को दोनों की सगाई होने वाली थी। इकलौते बेटे की मौत और बेटी के विधवा होने से पिता प्रमोद पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। वहीं योगेश की बहन ममता को इस बात का दुख है कि वह रोज भाई को फोन कर पता करती थी कि वह कब तक लौटेगा, लेकिन शनिवार को उसने एक बार भी फोन नहीं किया था। योगेश के पिता प्रमोद मैकेनिक का काम करते हैं।
योगेश पार्टियों में फोटोग्राफी करता था। वह शनिवार रात दो बजे घर लौटा और उसके बाद पार्टी मनाने के लिए चला गया। वहीं, संजय बस्ती में ही कुछ दूरी पर रहने वाले टीकमचंद की पत्नी तरुणा नौ महीने की गर्भवती हैं। उनके परिवार में मां और तीन बहनें हैं। तीनों की शादी हो चुकी है। तरुणा ने बताया कि उनके पति ही घर में अकेले कमाने वाले थे। उनकी मौत के बाद परिवार के सामने जीवन-यावन की समस्या खड़ी हो गई है। हादसे के बाद घर में मातम फैला हुआ है और बुजुर्ग मां का रो-रोकर बुरा हाल है। तरुणा को समझ नहीं आ रहा कि वह आने वाले बच्चे की परवरिश कैसे करेंगी। इस हादसे में सौरभ उर्फ सूरज की भी मौत हो गई है। उसके परिवार में दो भाई गौरव व कुलदीप और गौरव की पत्नी पूजा है।
पूजा ने बताया कि बीती रात 11 बजे सौरभ घर आए थे और उन्होंने गौरव को बताया कि वे दोस्तों के साथ टिकमचंद का जन्मदिन मनाने जा रहे हैं। देर रात तक वे नहीं लौटे तो उन्होंने फोन किया, लेकिन वह बंद मिला। इस बीच योगेश के पिता ने बताया कि वह सड़क हादसे में घायल हो गया है। इसी हादसे में जान गंवाने वाले हरीश राय के पिता कोलकाता में रहते हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय के ओपन स्कूल से पढ़ाई कर रहा था। उसका एक छोटा भाई राहुल है और तीन बहनें हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। इस हादसे के बाद उसकी मां शीला देवी का बुरा हाल है। उनके पति छोटा-मोटा काम कर घर चलाते हैं। हरीश भी कुछ रुपए कमा लेता था, जिससे उनका घर चलता था।