गृह राज्य मंत्री ने गाय के नाम पर हिंसा रोकने के लिए दिया नया आईडिया, संबंधित मंत्रियों को बताएंगे
देश में गाय के नाम पर होने वाली हिंसाओं को रोकने के लिए महाराष्ट्र गृह राज्य मंत्री हंसराज जी अहीर ने एक नया प्रस्ताव दिया है। अहीर का कहना है कि 16 राज्यों के सभी जिलों में 1000 हेक्टेयर का एक गायों के रहने के लिए स्थान बनाना चाहिए, जहां पर गौहत्या पर पूरी तरह से बैन लग सके। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के लिए अहीर सितंबर की शुरुआत में संघ पर्यावरण और वन विभाग मंत्री हर्ष वर्धन से मुलाकात कर सकते हैं। अहीर महाराष्ट्र के चंद्रपुर से सांसद है। यहां पूरी तरह से गाय की हत्या पर बैन लगा हुआ है। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान अहीर ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि जिला स्तर पर पशुविहार का निर्माण करने से गौहत्या की घटनाओं में गिरावट आएगी।
अहीर ने कहा कि जहां गौहत्या पर बैन है वहां राज्य में गाय तस्करी से होने वाली हिंसाओं में कानून व्यवस्था कायम रखने में आसानी होगी। गृह मंत्रालय संसद में इन घटनाओं पर उठने वाले सवालों से परेशान है। मैंने इस विषय को पहले भी उठाया हुआ है। जब गाय के लिए बनने वाले पशुविहार पर होने वाले खर्चे के बार में पूछा गया तो अहीर ने बताया इसकी लागत शून्य है और मनरेगा के जरिए चारे को जंगल से उपयोग में लाया जाएगा। इसका एक फायदा यह भी कि इससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। अहीर ने कहा कि मेरा तो सुझाव है कि देश की जितनी भी गौशाला की गाय हैं उन्हे इन जंगलों में बनने वाली गाय के लिए पशुविहार में शिफ्ट कर देना चाहिए। इससे केवल बूचड़खाने ही बंद नहीं होंगे, साथ ही गाय के नाम पर होने वाली हिंसाओं पर भी रोक लगेगी।
इससे केवल बूचड़खाने ही बंद नहीं होंगे, साथ ही गाय के नाम पर होने वाली हिंसाओं पर भी रोक लगेगी। अहीर ने कहा कि देश में 7 करोड़ हेक्टेयर में जंगल की ऐसी जमीन है जिसका कोई इस्तेमाल नहीं हो रहा है। केवल 1000 हेक्टेयर इस जीमन का हिस्सा जिलों में गायों के लिए बनने वाले पशुविहार के काम आ सकता है। कोई भी किसान अगर अपनी पुरानी गाय को बेचना चाहता है तो वह उन्हें इन गाय पशुविहार में भेज सकता है। इन गायों के लिए जंगल के जरिए चारे की जरूरत पूरी की जाएगी।