10 साल की बच्ची से 3 महीने तक गैंगरेप, 65 साल के चौकीदार समेत 3 गिरफ्तार
मध्य प्रदेश की राजधानी में तीन दरिंदे एक महिला की मदद से 10 साल की मासूम को कई महीने तक अपनी हवस का शिकार बनाते रहे। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने यह जानकारी शुक्रवार (17 नवंबर) को दी। जहांगीराबाद क्षेत्र के नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) भारतेंदु शर्मा ने आईएएनएस को बताया कि जहांगीराबाद क्षेत्र में रहने वाले एक परिवार की मासूम बच्ची जब स्कूल जाती, तो उसे पड़ोस में रहने वाली महिला टॉफी का लालच देकर उसे अपने साथ ले जाती और उसे तीनों युवकों के हवाले कर देती। यह सिलसिला कई माह तक चला।
उन्होंने बताया कि बच्ची के पिता की मौत हो चुकी है, मां कई घरों में काम करके गुजारा करती है। उसकी एक बड़ी बहन भी है। बहन जब कई बार देर से आने की वजह पूछती थी, तो वह कुछ नहीं बताती थी। बाद में एक दिन तबीयत बिगड़ने पर उसने मां को आपबीती सुनाई। मां बेटी को लेकर फौरन थाने पहुंची। उसकी शिकायत दज्र कर ली गई। थाने में दर्ज शिकायत के आधार पर पुलिस ने एक महिला और तीन युवकों- गोकुल चौरसिया, नन्हू लाल और ज्ञानेंद्र के खिलाफ मामला दर्ज किया है। महिला और तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
गौरतलब है कि भोपाल में ही एक नवंबर की रात कोचिंग से लौट रही एक छात्रा को चार युवकों ने अपनी हवस का शिकार बनाया था। पीड़ित छात्रा पुलिसकर्मी की बेटी थी, इसके बावजूद मामला दर्ज कराने में उसे काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। बाद में हालांकि चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था। उल्लेखनीय है कि पीड़ित छात्रा ने आरोपियों को चौराहे पर फांसी की सजा देने की मांग की थी। हादसे के बाद पहली बार सामने आने पर पीड़िता ने संवाददाताओं से कहा था, “कोई भी अपराधी दोबारा ऐसा करने का साहस न करे, इसलिए कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए, उन्हें मार देना चाहिए, चौराहे पर फांसी की सजा दी जानी चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।”