During earthquake in Nepal, flood in Sri Lanka, water problems in Maldives; India was the first to respond. When crisis struck Yemen, we saved our 4,500 people as well as 2000 others. India’s humanity even in grave situations like these is a part of Vasudhaiva Kutumbakam: PM Modi
PIO कॉन्फ्रेंस में मोदी ने कहा 21वीं सदी हमारी, हमारी किसी की धरती पर नजर नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दिल्ली में प्रथम प्रवासी भारतीय सांसद सम्मेलन (PIO- पर्सन ऑफ इंडियन ओरिजिन) का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने वहां मौजूद सभी प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा कि आपके पूर्वज भले ही भारत से चले गए थे, लेकिन आज भी आप लोग भारत से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि सभी प्रवासी भारतीयों के पूर्वज उन्हें यहां देखकर बहुत खुश होंगे। पीएम मोदी ने कहा, ‘जहां कहीं से भी ऐसी खबर हमें सुनने को मिलती है कि आप लोग जहां रह रहे हैं वहां की जियो-पॉलिटिक्स को आप प्रभावित कर रहे हैं और आप लोग वहां की नीतियां बना रहे हैं तो हमें बहुत गर्व होता है। अगर मैं पॉलिटिक्स की बात करूं तो मैं देख सकता हूं कि भारतीय मूल के लोगों की एक छोटी सी संसद मेरे सामने बैठी है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि आज वर्ल्ड बैंक, आईएमएफ जैसी संस्थाएं सकारात्मक सोच के साथ भारत की तरफ देख रही हैं।
इस कार्यक्रम में 23 देशों के 140 सांसद शामिल हुए। पीएम मोदी ने कहा कि 21 शताब्दी भारत की है और वह पूरे विश्व की यात्रा कर चुके है, जहां कहीं भी वह गए वहां उन्हें प्रवासी भारतीयों के बीच भारत को लेकर आशावादी माहौल दिखा है। उन्होंने कहा कि भारत ने कभी भी किसी दूसरे की धरती पर नजर नहीं डाली। पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं शताब्दी टेक्नोलॉजी की सदी है और इस बात को ध्यान में रखते हुए ही सरकार ने तकनीक और ट्रांसपोर्ट के लिए निवेश में वृद्दि की है। मोदी ने कहा कि नेपाल में आए भूकंप के वक्त, श्रीलंका में बाढ़ के वक्त और मालदीप में पानी की समस्या के वक्त भारत ने सबसे पहले प्रतिक्रिया दी थी। जब यमन में संकट आया था तब हमने 4500 लोगों की जान बताई थी। हम वसुधैव कुटुम्बकम का पालन करते हैं।