सेना के बीच SPG सुरक्षा में मोदी! कांग्रेस ने उठाए सवाल, लोगों ने पूछा-जवानों पर भरोसा नहीं?
पीएम नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर को लेकर कुछ विपक्षी नेताओं और सोशल मीडिया के एक धड़े ने उन्हें घेरने की कोशिश की है। पीएम भारतीय सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाने के लिए एलओसी पर गए थे। तस्वीर में पीएम, सेना के जवानों के साथ-साथ एसपीजी का एक कमांडो भी नजर आता है। आलोचना करने वाले सोशल मीडिया यूजर्स का आरोप है कि पीएम को अपने देश की सेना पर भरोसा नहीं है। इसलिए वह जवानों के बीच भी खुद को सुरक्षित नहीं महसूस कर रहे हैं। वहीं, पीएम का बचाव करने वाले यूजर्स का कहना है कि एसपीजी का पीएम के साथ होना स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल का हिस्सा है। उनके मुताबिक, पीएम की सुरक्षा की अंतिम जिम्मेदारी एसपीजी की ही है, इसलिए इस मुद्दे पर खड़ा किया जा रहा विवाद बेबुनियाद है।
जवानों के बीच मोदी की यह तस्वीर वायरल होने के बाद कुछ कांग्रेस नेताओं ने उन्हें घेरने की कोशिश की। कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद ने अप्रत्यक्ष तौर पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘सैन्यकर्मियों के बीच एसपीजी सुरक्षा के साथ पीएम मोदी की इस फोटो पर सोशल मीडिया पर काफी टिप्पणी की जा रही है।’ वहीं, गौरव नाम के टि्वटर यूजर ने लिखा, ‘पीएम मोदी को अमीर कारोबारियों से मिलते वक्त आसपास एसपीजी कवर की जरूरत महसूस नहीं होती। हालांकि, जब वह सीमाओं की हिफाजत करने वाले सैनिकों के साथ होते हैं तो उन्हें इसकी आवश्यकता होती है?’ वहीं, एक टि्वटर यूजर ने तो यहां तक आरोप लगा दिया कि पाकिस्तान जाकर तत्कालीन पीएम नवाज शरीफ से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी को एसपीजी सुरक्षा की जरूरत महसूस नहीं हुई। वहीं, एक यूजर ने चुटकी लेते हुए कहा कि मोदी एसपीजी सुरक्षा के साथ सेना के बीच जाने वाले पहले पीएम हैं। कुछ यूजर्स ने तो पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की तस्वीरें शेयर करते हुए दावा किया कि मोदी ऐसा करने वाले पहले पीएम हैं। एक यूजर ने तो इसे सेना का अपमान बता डाला।
बता दें कि बीते साल की तरह इस साल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के जवानों के साथ दिवाली मनाई। मोदी गुरुवार (19 अक्टूबर) को एलओसी से लगे जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर में पहुंचे। यहां उन्होंने कहा कि लोग परिवार के साथ दिवाली मनाते हैं और सेना के जवान ही उनका परिवार है। उन्होंने कहा, ‘मैं पिछले 18 साल से दिवाली सीमा पर मनाता आया हूं। मैं सैनिकों के साथ वक्त गुजारता हूं तो मुझे नई ऊर्जा मिलती है। केंद्र सरकार ने वन रैंक वन पेंशन का समाधान निकाला जिसमें हमें जवानों का भी साथ मिला।’