हावड़ा-जोधपुर एक्सप्रेस में 15 साल की बच्ची पर टूट पड़े दरिंदे, इज्जत बचाने को बेटी के साथ ट्रेन से कूद गई मां
बलात्कार की कोशिश कर रहे अपराधियों से बचने के लिए मां-बेटी ने हावड़ा-जोधपुर एक्सप्रेस से छलांग लगा दी। घटना शनिवार (12 नवंबर) रात की है। बताया जाता है कि मां और बेटी कोलकाता से दिल्ली आने के लिए ट्रेन के अनारक्षित कोच में सफर कर रही थीं। तब कुछ दरिंदों ने 15 साल की युवती को जबरन बाथरूम में खींचने की कोशिश की, ऐसे में दोनों ने बचने के लिए ट्रेन से छलांग लगा दी। घटना चंदारी और कानपुर रेलवे स्टेशन के बीच की है। बेहोशी की हालत में दोनों करीब दो घंटे तक ट्रेक पर पड़े रहे। होश आने के बाद मां-बेटी चंदारी रेलवे स्टेशन पहुंचे। जहां यात्रियों ने उन्हें गंभीर हालत में देख तुरंत एंबुलेंस को बुलाया। तब दोनों को लाला लाजपत राय हॉस्पिटल ले जाया गया। घटना की जानकारी गर्वमेंट रेलवे पुलिस को रविवार (12 नंवबर) देर रात लगी। घटना के संबंध में कानपुर एसएचओ ने बयान जारी कर कहा, ‘हम मामले में एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रहे हैं।’
दूसरी तरफ पीड़ित महिला ने पुलिस को दिए बयान में बताया, ‘करीब 10-15 लोगों के संगठन ने हावड़ा पार करते ही मेरी बेटी को परेशान करना शुरू कर दिया। उन्होंने उसके साथ शारीरिक छेड़छाड़ करने की कोशिश की। मैं रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) कांस्टेबल के पास पहुंची। मैंने दो बार बेटी के साथ हो रहे दुर्व्यवहार की शिकायत की। पहली बार तब जब ट्रेन इलाहबाद पहुंचने वाली थी जबकि दूसरी बार ट्रेन के इलाहबाद पहुंचने पर की।’
खबर के अनुसार महिला की शिकायत पर कांस्टेबल ने तीन आरोपियों को धर-दबोचा। लेकिन कांस्टेबल के साथ मारपीट कर वो वहां से भाग निकले। ये बात महिला ने हॉस्पिटल में हिंदुस्तान टाइम्स से कही है। महिला ने आगे बताया कि करीब तीस मिनट बाद आरोपी दोबारा वापस आए और मेरी बेटी को ड्रग्स देने और उसे बेचने की धमकी दी। रात करीब दस बजे पांच में से चार लोगों ने मेरी बेटी के चेहरे पर हमला किया। ऐसा तब हुआ जब वो बाथरूम जा रही थी। मुझे डर था की कहीं बेटी के साथ कुछ गलत ना हो जाए इसलिए हमारे पास ट्रेन से छलांग लगाने के अलावा दूसरा रास्ता नहीं बचा। गौरतलब है कि महिला के पति दिल्ली की किसी निजी फर्म में कार्य करते हैं जबकि युवती कोलकाता में कक्षा 9 की छात्रा है।