MP: कब्रिस्तान पर लिखवा दिया- कांग्रेस आ रही है, लोग ले रहे मजे
मध्य प्रदेश में साल के अंत में विधानसभा और अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में भाजपा शासित राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां भी बढ़ने लगी हैं। इस बीच, राज्य में एक दिलचस्प वाकाया सामने आया है। दरअसल, एक कब्रिस्तान की दीवार पर कांग्रेस और पार्टी प्रमुख राहुल गांधी के समर्थन में नारे लिखे गए। इसी में लिखा था कि कांग्रेस आ रही है। सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर तस्वीर के वायरल होते ही लोग राज्य की सत्ता में आने की बाट जो रही कांग्रेस को लेकर मजे लेने लगे। रविंद्र पंडित ने लिखा, ‘कांग्रेसियों ने जगह बुक करा लिया है!’ आदित्य मिश्रा ने वायरल तस्वीर को पोस्ट करते हुए ट्वीट किया, ‘पहले से ही कब्रिस्तान में लिख दिया कांग्रेस आ रही है। लगता है कि कांग्रेस को कब्रिस्तान में भी जगह न मिलने का डर है।’ वहीं, विनोद शर्मा ने लिखा, ‘कब्रिस्तान की दीवार पर लिखा कांग्रेस का यह स्लोगन अपने आप में बहुत कुछ कह रहा है…कांग्रेस आ रही है। कांग्रेस मुक्त भारत।’ प्रवीण दुबे ने ट्वीट किया, ‘भाई लोगों ने लिखा तो हौसला बढ़ाने और जोश फूंकने के लिए, लेकिन भला बताइए यदि कोई कब्रिस्तान में लिखे कि कांग्रेस आ रही है तो इसके क्या मायने निकाले जाएं।’ एक अन्य यूजर सुभाषिनी शर्मा ने लिखा, ‘सही लिखा है। कांग्रेस अपनी कब्र की तैयारी कर चुकी है और मिशन 2019 के बाद कांग्रेस अपनी कब्र पर अपने कार्य-कर्तव्यों के द्वारा मिट्टी डलवाने का अंतिम कार्य पूर्ण करेगी।
कांग्रेस पिछले 15 वर्षों से मध्य प्रदेश की सत्ता से दूर है। लिहाजा, साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों में डेढ़ दशक बाद सत्ता में वापसी की जुगत में है। कांग्रेस ने वर्ष 1998 में हुए विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की थी। उस वक्त दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री बने थे। वर्ष 2003 के बाद से कांग्रेस को लगातार हार का सामना करना पड़ा है और भाजपा इसके बाद हुए प्रत्येक चुनाव में जीत हासिल की है। प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी इस बार सत्ता में वापसी का हर संभव प्रयास कर रही है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी को सत्ता में वापस लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पिछले कुछ महीनों से राज्य के विभिन्न इलाकों में प्रचार अभियान चला रहे हैं। दूसरी तरफ, सत्तारूढ़ भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ही कमान संभाल रखी है। चुनाव की पास आती तिथियों को देखते हुए सत्ता पक्ष और विपक्ष ने अभी से ही कमर कस ली है।