घोटालों के खिलाफ यात्रा निकालने वाले कम्प्यूटर बाबा सहित 5 बाबाओं को दिया राज्य मंत्री का दर्जा
मध्य प्रदेश में करोड़ों पौधे लगाने के दावे को घोटाला करार देकर ‘नर्मदा घोटाला रथ यात्रा’ निकालने वाले पांच बाबाओं को सरकार ने राज्य मंत्री का दर्जा दिया है। कहा जा रहा है कि ऐसा कर मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार अब संतों के जरिए राजनीतिक माहौल बनाने में लग गई है। इसी क्रम में सरकार ने नर्मदा नदी को लेकर जन-जागरूकता अभियान चलाने के लिए एक विशेष समिति बनाई है। इसमें पांच सदस्य संत हैं और सभी को राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया है। आधिकारिक तौर पर मंगलवार को जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि राज्य शासन ने प्रदेश के विभिन्न चिह्नित क्षेत्रों विशेष रूप से नर्मदा के किनारे पौधरोपण, जल संरक्षण और स्वच्छता के प्रति निरंतर जन-जागरूकता अभियान चलाने के लिए विशेष समिति गठित की है।
इस समिति में बतौर सदस्य नर्मदानंद, हरिहरानंद, कम्प्यूटर बाबा, भैय्यू महाराज और पंडित योगेंद्र महंत को शामिल किया गया है। इन सभी को राज्य मंत्री का दर्जा मिलेगा। संभवत: राज्य के गठन के बाद से यह पहला मौका होगा, जब संतों को राज्य मंत्री का दर्जा दिया जा रहा हो। ये संत सरकार के इस प्रस्ताव को मानते हैं या नहीं, यह आने वाला समय ही बताएगा।
#MadhyaPradesh government to grant Minister of State rank to Baba Narmadanand, Computer Baba, Bhaiyyu Maharaj and others; to also appoint them in a committee formed for raising awareness about water conservation, cleanliness and aforestation near Narmada river pic.twitter.com/X7unVQfLVf
— ANI (@ANI) April 3, 2018