MPPSC द्वारा की जा रही भर्तियों में गड़बड़ी होने के लग रहे आरोप, परिणाम निकलने के बाद भी हो रहे संशोधन
Madhya Pradesh Public Service Commission (MPPSC) द्वारा की जा रही भर्तियों में गड़बड़ी होने के आरोप लग रहे हैं। दरअसल, बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी और भौतिक शास्त्र के रिजल्ट में तीन दिन में दो बार संशोधन हुआ लेकिन इसका कारण वेबसाइट में हुई खराबी बताया गया है। न्यूज 18 हिंदी डॉट कॉम की खबर के मुताबिक, MPPSC का मानना है कि यह परेशानी सॉफ्टवेयर के कारण हो रही है। हाल ही में MPPSC पर हिंदी के रिजल्ट में OBC-सामान्य वर्ग का कटऑफ 366 जबकि OBC महिला वर्ग का कटऑफ 367 दिखाने के भी आरोप लगे। इस मामले को लेकर भी MPPSC की काफी फजीहत हुई। OBC महिला वर्ग का कटऑफ, OBC-सामान्य वर्ग के कटऑफ ज्यादा दिखने पर कन्फ्यूजन बढ़ गया था।
बता दें कि MPPSC ने प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पदों के लिए भर्तियां निकाली थीं। खबर के मुताबिक, MPPSC पर आरोप है कि नियम जारी होने के बाद लगभग 19 बार भर्ती प्रक्रिया में संशोधन हुए। वहीं कुछ संशोधन परीक्षा परिणाम निकलने के बाद होने के आरोप भी लगे हैं। इसी बीच मामले में शिकायतकर्ता का कहना है कि परीक्षा नियमों में बार-बार हो रहे संशोधन सवाल खड़े कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने इस मामले में भर्तियों में बड़े पैमाने पर धांधली होने के आरोप लगाए हैं और इसकी निष्पक्ष जांच करने की मांग की है।
मीडीया रिपोर्ट के अनुसार MPPSC पर और भी कई आरोप लगे हैं। इनमें कुछ ऐसे आरोप भी हैं जिनमें रिक्त पदों की संख्या से ज्यादा पदों के लिए भर्ती का नोटिफिकेशन जारी होने की बात कही गई है। आरोप है कि फिज़िक्स विषय में भर्ती के लिए 118 पद खाली थे लेकिन विज्ञापन 122 पदों के लिए निकाला गया। एसटी के 35 पदों के लिए 37 पदों का विज्ञापन और ओबीसी के 54 पदों पर 57 पदों का विज्ञापन निकला। इस गड़बड़ी का कारण टाइपो एरर बताया गया। वहीं फिज़ियोलॉजी के लिए माइनस 5 पद खाली बताए गए और संस्कृत में माइनस 4 पद, संगीत विषय के लिए माइनस में 10 पद दिखाए गए। जबकि होम साइंस में माइनस 16 पद खाली बताए गए थे।