मुंबई में एक निर्माणाधीन इमारत के पास एक चार्टर्ड प्लेन हुआ दुर्घटनाग्रस्त, दोनों पायलट्स समेत 5 लोगों की मौत

Mumbai Chartered Plane Crash in Ghatkopar Mumbai News Updates: मुंबई के घाटकोपर इलाके में एक निर्माणाधीन इमारत के पास एक चार्टर्ड प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। नागरिक उड्डयन निदेशालय ने एएनआई को बताया कि मुंबई चार्टर्ड प्लेन हादसे में दो पायलट, दो एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियर्स और घटनास्थल पर मौजूद एक शख्स की मौत हो गई है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि विमान को जीवादय लेन इलाके में तेजी से गिरते देखा गया। विमान में तेज विस्फोट के साथ आग लग गई। विमान में दो पॉयलट व कई इंजीनियर सवार थे। विमान कई हिस्सों में टूट गया और एक टुकड़ा करीब 50 मीटर की दूरी से बरामद किया गया, जबकि विमान के कुछ अन्य जलते हुए हिस्से एक निर्माणाधीन इमारत के परिसर में गिरे। दमकल विभाग ने आग पर आधे घंटे में काबू पा लिया। विमान का महत्वपूर्ण उड़ान डेटा रिकॉर्डर या ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है।
यह विमान यूवाई एविएशन प्राइवेट लि. का है। इस किंग एयर सी-90 एयरक्राफ्ट VT-UPZ ने टेस्ट फ्लाइट के लिए जुहू एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। विमान पर उत्तर प्रदेश सरकार की सील थी। इस लेकर यूपी के सूचना विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने सफाई थी कि सरकार ने यह विमान यूवाई एविएशन को बेच दिया था। यह सौदा इलाहाबाद में इसी विमान से हुए एक हादसे के बाद लिया गया था।

मुंबई पुलिस, दमकल विभाग, आपदा राहत एजेंसियों के अलावा स्थानीय भाजा सांसद किरीट सोमैया, विधायक व अन्य मौका स्थल पर पहुंच चुके हैं और पीड़ित चालक दल के सदस्यों और राहगीर के बारे में आगे के विवरण की प्रतीक्षा है।
विमानन विशेषज्ञ और एक्जक्यूटिव एयरवेज के प्रबंध निदेशक प्रदीप थम्पी ने कहा कि विमान 30 साल पुराना किंग एयर सी-90 था। इस विमान को कुछ साल पहले मुंबई की निजी कंपनी यूवाई एविएशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार से खरीदा गया था। थम्पी ने आईएएनएस से कहा, “इसका कॉल साइन वीटी-यूपीजेड था और यह नियमित परीक्षण उड़ान पर था। इस हादसे में पॉयलट, सह पॉयलट व दो इंजीनियरों की मौत हुई है। हम तत्काल इस दुर्घटना के कारणों के बारे में नहीं बता सकते।”
केंद्रीय उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने हादसे पर ‘गहरा दुख’ प्रकट किया है और मंत्रालय के संबंधित अधिकारियों को फौरन दुर्घटनास्थल पर पहुंचने व सभी संभव मदद प्रदान करने निर्देश दिया है। सुरेश प्रभु मुंबई से हैं। प्रभु ने कहा कि उन्होंने नागरिक उड्डयन महानिदेशक को दुर्घटना की जांच करने का आदेश दिया है और प्रारंभिक जांच के लिए एक दल दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हो चुका है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस गुरुवार शाम घाटकोपर पहुंचे, जहां उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया। उन्होंने कहा, “यह बेहद दुखद हादसा था। प्लेन क्रैश के पीछे जो भी कारण हैं और जो भी उसके लिए जिम्मेदार है, यह पता लगाया जाए।” हादसे में कुल पांच लोगों की जान गई है।
उत्तर प्रदेश नागरिक विमानन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने बताया कि हादसे के शिकार हुए विमान को निजी विमानन कंपनी को साल 2014 में बेचा गया था। वही कंपनी इसके रख-रखाव की जिम्मेदार थी। उत्तर प्रदेश सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
प्लेन क्रैश हादसे की जांच करने के लिए मौके पर डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) टीम पहुंच गई है, जिसके साथ स्निफर डॉग भी है। यह हादसा दोपहर करीब 1 बजकर 16 मिनट पर हुआ था।
घटना के दौरान मुंबई निवासी मारिया प्लेन को उड़ा रही थीं, जबकि को-पायलट दिल्ली के रहने वाले थे। घाटकोपर में क्रैश हुआ चार्टर्ड प्लेन पिछले 22 सालों से संचालन में था। साल 2014 में उसे मुंबई की यूवाई नामक कंपनी ने खरीदा था।
हादसे के शिकार हुए विमान को उत्तर प्रदेश सरकार ने साल 2014 में यूवी एवियेशन नाम की कंपनी को बेचा था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, क्रैश हुए विमान का ब्लैक बॉक्स मिल गया। हादसे का कारण पता लगाने में इसे अहम माना जा रहा है।
दुघर्टना का शिकार हुए प्लेन में जो लोग सवार थे, उनकी पहचान कर ली गई है। पायलट कैप्टन पीएस राजपूत, को पायलट मारिया जुबेरी, एएमई सुरभि और एयरक्राफ्ट टेक्नीशियन मनीष पांडे शामिल थे। इनके अलावा एक आम नागरिक गोविंद पंडित की मौत हादसे में हुई है।
एएनआई के अनुसार, इस विमान हादसे में दो पायलट्स, दो एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस स्टाफ और एक राहगीर की मौत हो गई है। यह विमान पहले यूपी सरकार के पास था, मगर इलाहाबाद में एक हादसे के बाद इसे यूवाई एविएशन को बेच दिया गया था।