अपने जन्‍मदिन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कई लोगों को किया फॉलो, बदले में सुनने को मिली ये बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन (17 सितंबर) की मुबारकबाद देने वाले राजनेता, फिल्म अभिनेता, खिलाड़ी सहित अन्य क्षेत्रों से जुड़े लोगों के ट्वीट को रिट्वीट कर उन्हें धन्यवाद दिया है। पीएम ने इस दौरान जन्मदिन की मुबारबाद देने वाले कुछ चुनिंदा लोगों को फॉलो भी किया। जिसपर उन लोगों ने देश के प्रधानमंत्री द्वारा को खुद को फॉलो किए जाने पर खुशी जाहिर की है। पीएम ने इस दौरान 59 (आंकड़े गलत भी हो सकते हैं।) अन्य लोगों को फॉलो किया। पिछले दिनों पीएम मोदी 1779 लोगों को फॉलो करते थे। अब ये सख्या बढ़कर 1838 तक पहुंच गई है। अपने जन्मदिवस पर पीएम ने जिन लोगों को फॉलो किया उनमें से कुछ लोगों ने इसे लेकर ट्वीट भी किए। कई यूजर्स लिखते हैं कि उन्हें इस बात का यकीन ही नहीं हो रहा कि पीएम उन्हें फॉलो कर रहे हैं। ट्वीट कर फ्रस्ट्रेट इंडियन लिखते हैं, ‘सिर्फ पीएम मोदी ही अपने जन्मदिवस पर गिफ्ट दे सकते हैं। मुझे फॉलो करने के लिए धन्यवाद।’ अमित थाधानी लिखते हैं, ‘जन्मदिन पीएम का था और गिफ्ट मुझे मिला। धन्यवाद इस सम्मान के लिए।’ सैफाली वैद्या लिखती हैं, ‘मेरे दिल ने धड़कना छोड़ दिया जब मैंने ये देखा। कल जन्मदिन पीएम मोदी का था लेकिन गिफ्ट मुझे मिला। धन्यवाद सर।’ आदित कपाड़िया लिखते हैं, ‘विनम्र और सम्मानित।’ The Masakadzas‏ लिखते हैं, ‘वाह, क्या बकवास है। अभिभूत और अवाक। धन्यवाद मोदी जी।’

गौरतलब है कि दिनों अंतर्राष्ट्रीय मीडिया से लेकर भारतीय मीडिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर अकाउंट को लेकर उनकी आलोचना की गई। पीएम मोदी ट्विटर पर जिन्हें फॉलो करते हैं उन्हें लेकर भी सवाल खड़े किए गए। अलग-अलग लेखों में कहा गया कि मोदी उन लोगों को फॉलो करते हैं जो अल्पसंख्यकों के खिलाफ जहर फैला रहे हैं, महिला पत्रकारों को बलात्कार की धमकी दे रहे हैं, हिंसा फैलाने की बात कह रहे हैं। दरअसल पांच सिंतबर (2017) को वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की बैंगलोर में उनके घर के बाहर अज्ञात शख्स ने गोली मारकर हत्या कर दी। तब सोशल साइट्स पर बड़ी तादाद में हत्या का समर्थन किया गया। इनमें ऐसे लोग भी थे जिन्हें पीएम मोदी ट्विटर पर फॉलो करते हैं। उनमें निखिल दधिची का नाम चर्चा का विषय बना हुआ था। जिन्होंने कथित तौर पर पत्रकार की हत्या को कुत्ते की मौत मरना बताया था। तब सवाल उठाए गए कि पीएम ऐसे लोगों को फॉलो ही क्यों करते हैं जो हिंसा को बढ़ावा देते हैं। तब गैर आधिकारिक ट्विटर अकाउंट को फॉलो करने पर भी पीएम पर तंज कसा गयाि था।

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