त्योहारी मौसम में एनबीसीसी देगा नए घर का तोहफा

केंद्र सरकार का उपक्रम राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (एनबीसीसी) बाजार की मंदी से मायूस लोगों को त्योहारी मौसम में आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियों की तीन अहम परियोजनाओं के तहत करीब 1000 सस्ते फ्लैट का आबंटन शुरू करेगा। इसके अलावा दिल्ली के नौरोजी नगर में निर्माणाधीन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर परिसर में बन कर तैयार हो चुकी व्यावसायिक संपत्तियों का हस्तांतरण शुरू किया जाएगा। इन परियोजनाओं के तहत बनाए फ्लैट की कीमत 15 लाख रुपए से एक करोड़ रुपए के बीच है।

एनबीसीसी के प्रबंध निदेशक अनूप कुमार मित्तल ने बुधवार को बताया कि इनमें से दो प्रोजेक्ट गुरुग्राम में पूरे हो गए हैं। इनके 624 आवासीय और व्यावसायिक संपत्तियों को जनता के लिए बेचने की घोषणा अगले की जाएगी। वे बुधवार को एनबीसीसी का सालाना लेखा-जोखा प्रस्तुत कर रहे थे। उन्होंने दावा किया कि एनबीसीसी का सालाना टर्न ओवर 8.35 फीसद के हिसाब से बढ़ा है। मित्तल ने कहा कि महानगरीय इलाकों में निजी क्षेत्र की तमाम छोटी-बड़ी परियोजनाओं के अधर में लटकने के कारण एनबीसीसी की एनसीआर में पूरी होने वाली ये परियोजनाएं निवेशकों को राहत देने वाली साबित होंगी। उन्होंने बताया कि तीनों प्रोजेक्ट बन कर तैयार हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के लखनऊ में भी एनबीसीसी के गोमती नगर प्रोजेक्ट में बन कर तैयार फ्लैटों का आबंटन इस महीने के अंत तक शुरू हो जाएगा। दरअसल यह घोषणा ऐसे समय में की है जब भवन निर्माण क्षेत्र में बाजार की मंदी के कारण एनसीआर सहित अन्य महानगरीय इलाकों में घर का सपना संजोए मध्यमवर्गीय निवेशकों में खासी निराशा है। कई बिल्डर घराने फर्जीवाड़े में पकड़े जा चुके हैं।

भविष्य की अन्य अहम परियोजनाओं के बारे में मित्तल ने बताया कि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की अनुपयुक्त और अतिरिक्त जमीन का अधिग्रहण कर इन्हें आवास एवं अन्य पुनर्विकास परियोजनाओं में शामिल किया जा रहा है। इसके तहत कोयंबटूर एवं मॉरीशस के अलावा दिल्ली के वसंत विहार और बाबा खड़ग सिंह मार्ग पर एअर इंडिया के दो भूखंड एनबीसीसी ने हासिल किए हैं। इन्हें पुनर्विकास योजना के तहत विकसित किया जाना है। मित्तल के मुताबिक, एनबीसीसी अमेरिका में प्रचलित थ्रीडी तकनीक पर आधारित भवन निर्माण योजना को छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में शुरू करेगा। उन्होंने बताया कि थ्रीडी तकनीक से एक हफ्ते से चार माह के भीतर छोटे घर बनाए जा सकते हैं। इसमें करीब 25 फीसद लागत में कमी आएगी। एनबीसीसी ने अमेरिका, रूस और हंगरी के साथ इस बाबत तकनीकी करार करते हुए इस परियोजना पर काम शुरू कर दिया है।

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