मोदीनगर में एक नवजात को तीन लाख रुपए में बेचा गया , एसडीएम ने दिया जांच का आदेश
नगर की एक कॉलोनी में करीबी रिश्तेदारों द्वारा दो दिन के नवजात बच्चे को तीन लाख रुपए में बेचने का मामला सामने आया है। पीड़ित मां बच्चे को पाने के लिए पिछले सात माह से पुलिस और रिश्तेदारों के चक्कर लगा रही है। आरोप है कि बच्चे को बेचे जाने के कारण तनावग्रस्त बच्चे का पिता भी आत्महत्या कर चुका है। भूपेंद्रपुरी कॉलोनी निवासी रेखा के मुताबिक 28 जुलाई को गोविंदपुरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उसने चौथे पुत्र को जन्म दिया था। आरोप है कि उसके जेठ, जेठानी आदि ने उसकी कमजोर आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि वह चार-चार बच्चों की परवरिश ठीक से नहीं कर सकेगी, इसलिए उसे इस नवजात बच्चे को गोद दे देना चाहिए। दोनों पति-पत्नी ने आपस में सलाह कर बच्चे को गोद देने की बात मान ली।
इसके बाद उसकी जेठानी ने बच्चे को अपने चचेरे भाई को गोद दे दिया। रेखा का आरोप है कि इसके दस दिन बाद ही उसके पति अजय को पता चला कि बच्चे को गोद न देकर किसी अनजान को तीन लाख रुपए में बेच दिया गया है। इस पर अजय ने जब अपने भाई-भाभी के सामने यह बात रखी तो उन्होंने उसके साथ मारपीट की। कुछ ही दिन में बात इतनी बढ़ गई कि भाई ने उसे घर से बाहर निकालने की धमकी दे डाली।
रेखा के अनुसार बच्चे को बेचे जाने और आए दिन के झगड़े के कारण अजय ने गत 11 अगस्त को जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। रेखा के अनुसार वह तभी से बच्चे को पाने के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रही है। लेकिन आज तक उसे बच्चे के बारे में कोई जानकारी नहीं लग सकी है। एसडीएम पवन अग्रवाल ने भी पुलिस को मामले की जांच कर शीघ्र कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।