हिंदूवादी नेता को सम्मानित करने वाला एएमयू स्टाफ सस्पेंड, यूनिवर्सिटी प्रशासन बोला- छात्रों को आहत किया
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने रविवार(13 मई) को एक कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया। आरोप है कि कर्मचारी ने एक कार्यक्रम में हिंदू जागरण मंच के उस नेता को सम्मानित किया, जिस पर मो. अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर विश्वविद्यालय में हिंसा करने का केस दर्ज है और वह जमानत पर है।विश्वविद्यालय प्रशासन ने वेटलिफ्टिंग प्रशिक्षक और खेल समिति से जुड़े कर्मचारी मजहरुल कमर को निलंबित किया है। उन्होंने शुक्रवार को डीएस कॉलेज अलीगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में हिंदू जागरण मंच के नेता को सम्मानित किया था, इस पर विश्वविद्यालय की ओर से जारी कारण बताओ नोटिस का संतोषजनक जवाब न देने पर कार्रवाई की गई।
हिंदू जागरण मंच के नेता अमित गोस्वामी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जिन्ना विवाद को लेकर हुई हिंसा में जमानत पर बाहर हैं। कॉलेज में हुए कार्यक्रम की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं थीं, जिसमें विश्वविद्यालय के स्टाफ कमर उन्हें बुके भेंटकर सम्मानित करते हुए दिखाई देते हैं।विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्टाफ को जारी कारण बताओ नोटिस में कहा-आप जानते थे कि गोस्वामी गुंडों के उस समूह का हिस्सा थे, जिन्होंने स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार किया और विश्वविद्यालय के खिलाफ नारेबाजी कर गरिमा को क्षति पहुंचाई। परिसर में संवेदनशील स्थिति के बावजूद उनसे मुलाकात कर आपने विश्वविद्यालय और खासकर उन छात्रों की भावनाओं को ठेस पहुंचाया, जो कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं।
नोटिस में आगे कहा गया कि ऐसी हरकत की किसी जिम्मेदार कर्मचारी से उम्मीद नहीं की जा सकती। विश्वविद्यालय के पीआरओ प्रोफेसर एम शैफी किदवई ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया-कमर ने बताया था कि उन्हें नहीं पता था कि कार्यक्रम में कौन उपस्थित है। विश्वविद्यालय ऐसे कार्यों को बर्दाश्त नहीं करने वाला।किदवई ने कहा कि जांच के दौरान आरोपी कर्मचारी को बचाव का पूरा मौका दिया गया, मगर वे ठीक से पक्ष नहीं रख सके, जिस पर कार्रवाई हुई।