कल (16 मार्च) को नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ लोकसभा में लाया जा रहा अविश्वास प्रस्ताव, चंद्रबाबू नायडू का भी समर्थन
नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ कल (16 मार्च) लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है। आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जे की मांग को लेकर राज्य की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी शुक्रवार को एनडीए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी ने इस बावत पत्र लिखकर कई विपक्षी दलों से समर्थन मांगा है। इस मामले में YSR कांग्रेस के सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी ने लोकसभा के महासचिव को नोटिस दिया है, और इस मुद्दे को कल के लिए सदन की कार्यवाही में शामिल करने को कहा है। इसी सिलसिले में वाईवी सुब्बा रेड्डी गुरुवार को कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं से मिले। सुब्बा रेड्डी ने कांग्रेस नेता मल्लिार्जुन खड़गे और माकपा नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात की और उन्हें पार्टी अध्यक्ष का पत्र सौंपा। पार्टी अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी ने इस मामले पर इन नेताओं से समर्थन मांगा है।
इधर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि यदि जरूरत पड़ी तो केन्द्र के खिलाफ उनकी पार्टी अविश्वास प्रस्ताव को समर्थन करने के लिए तैयार है। सीएम चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को विधानसभा में कहा, “यदि जरूरत पड़ती है तो हमलोग अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेंगे, चाहे इसे जो कोई भी लाए।” आंध्र प्रदेश में टीडीपी और YSR कांग्रेस एक दूसरे की विरोधी पार्टियां हैं।
YSR Congress Party MP YV Subba Reddy met leaders of different political parties, including Congress’ Mallikarjun Kharge & CPIM’s Sitaram Yechury & gave them Jaganmohan Reddy’s letter seeking their support for the no-confidence motion to be moved by YSRCP in Lok Sabha tomorrow. pic.twitter.com/xhr6IfRAkl
— ANI (@ANI) March 15, 2018
If necessary, we will support the no confidence motion against Centre, whoever may place it: TDP President and Chief Minister of Andhra Pradesh N Chandrababu Naidu in state assembly pic.twitter.com/WriwjHgYnf
— ANI (@ANI) March 15, 2018
इधर गुरुवार को भी इस मुद्दे पर संसद में हंगामा हुआ। लोकसभा की बैठक शुरू होने पर तेदेपा और वाईएसआर कांग्रेस के सदस्य आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने और राज्य से संबंधित अन्य मांगें उठाते हुए आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। हंगामे की वजह से लोकसभा की कार्यवाही एक बार स्थगित करनी पड़ी। बता दें कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर टीडीपी के दो मंत्री केंद्र से इस्तीफा दे चुके हैं। उस समय टीडीपी ने कहा था कि वह एनडीए सरकार को समर्थन देते रहेंगे। आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को सदन में कहा कि टीडीपी सत्ता की भूखी नहीं है। उन्होंने कहा, “टीडीपी एनडीए- 1 का हिस्सा थी, वाजपेयी जी ने हमें 6 मंत्री ऑफर किये थे, लेकिन हमनें नहीं लिया, वाजपेयी हमलोगों से सलाह लिया करते थे। स्वर्णिम चतुर्भुज योजना हमसे चर्चा करने के बाद ही वजूद में आई थी।