जांच में खुलासा- फोर्टिस अस्पताल ने ऐसे मचाई लूट, 538 फीसदी तक ज्यादा बिल वसूला
गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल को लेकर बड़ा खुलासा सामने आया है। 7 साल की बच्ची के डेंगू के इलाज को लेकर उसके परिवार वालों को 16 लाख रुपए का बिल जारी करने के मामले में नेशनल फॉर्मास्युटिकल्स प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) ने जांच की, जिसके बाद एक लिस्ट जारी की गई। लिस्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि अस्पताल ने बिल में काफी ज्यादा मार्जिन रखा था। रिपोर्ट के मुताबिक अस्पताल ने 5.77 रुपए के एक थ्रीवे स्टॉप कॉक पर 1737 फीसदी का लाभ हासिल किया था। इस कॉक के लिए बिल में 106 रुपए चार्ज किए गए। वहीं जिस सीआरआरटी किट को अस्पताल ने 8,033.20 में खरीदा था, उसके लिए बिल में 21,745.00 चार्ज किए गए, यानी सीधे 13 हजार रुपए ज्यादा। इसके अलावा वेंटिलेटर सर्किट को अस्पताल ने 46,614.40 रुपए में खरीदा और उसके लिए बिल में 66,305 रुपए चार्ज किए गए। ऐसे में इस आइटम पर अस्तपाल ने 19,690.60 रुपये कमाए। बड़े-बड़े आइटम्स पर अस्पताल ने 20-20 हजार रुपए तक का मुनाफा कमाया।
एनबीटी के मुताबिक ग्लव्स से लेकर दवाओं जैसे सामानों पर भी अस्पताल ने काफी मुनाफा कमाया। चीजों को जिन कीमतों पर अस्पताल ने खरीदा और बिल में जितनी कीमत उनकी चार्ज की गई, उसके मार्जिन में काफी ज्यादा अंतर है। ग्लव की कीमत 1.49 रुपए थी, लेकिन उसके लिए 9.50 रुपए चार्ज किए गए। गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल ने करीब-करीब 538 फीसदी ज्यादा बिल वसूल किया है। इस लिस्ट में देखिए कि किस तरह से चीजों की कीमत पर अस्पताल ने मुनाफा कमाया-
सीवीसी किट 3,026.10 5,650.00 2,623.90
सीआरआरटी किट 8,033.20 21,745.00 13,711.80
वेंटिलेटर सर्किट 46,614.40 66,305.00 19,690.60
डायलिसिस ट्यूबिंग 2,537.00 6,240.00 3,703.00
होम्योफील्टर डाइलाइजर 2,912.00 9,862.00 6,950.00
डायलाइजर सेट विदाउट ट्यूबिंग 2,800.00 9,750.00 6, 950.00
ग्लव्ज खरीद रेट (प्रति यूनिट) बिलिंग रेट मार्जिन (% में)
ग्लव्ज एग्जामिनेशन (छोटा) 1.49 9.50 538
सर्जिकल ग्लव्ज (NO 7.0) 12.32 49.00 298
सर्जिकल ग्लव्ज (N0 6.0) 11.58 65.00 461
सर्जिकल ग्लव्ज (NO 7.5) 12.32 65.00 428
ग्लव्ज एग्जामिनेशन (मीडियम) 1.34 9.50 609