NRC पर बीजेपी नेता से भिड़े TMC समर्थक पैनलिस्ट, बोले- 40 लाख लोगों ने ममता को नहीं बीजेपी को दिया था वोट
असम में NRC का मुद्दा राजनैतिक गलियारों में खूब उछाला जा रहा है। विपक्षी पार्टियां जहां इस मुद्दे पर केन्द्र सरकार को घेरने की कोशिश कर रही हैं, वहीं केन्द्र सरकार विपक्षी पार्टियों पर एनआरसी के मुद्दे पर वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगा रही है। एक टीवी चैनल पर भी एनआरसी मुद्दे पर गरमा-गरम बहस देखने को मिली। इस बहस में भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने सरकार का पक्ष रखा। बता दें कि न्यूज 18 पर यह चर्चा चल रही थी। इस चर्चा के दौरान अपनी बात रखते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि एनआरसी का मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है और सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में यह सारी प्रक्रिया संचालित हो रही है।
गौरव भाटिया ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी संसद में यह साफ कर चुके हैं कि एनआरसी की यह फाइनल लिस्ट नहीं है और लिस्ट से बाहर रहे लोगों को और भी अवसर दिया जाएगा। इसके साथ ही भाजपा प्रवक्ता ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या वजह है कि संवैधानिक पद पर बैठी हुईं ममता बनर्जी, जो कि 2005 में घुसपैठियों को देश का खतरा मानती थीं, आज कह रही हैं कि ये सारे के सारे वोटर हैं! इसकी वजह ये है कि इनको सांप्रदायिक तुष्टीकरण की राजनीति करनी है और इनको इनमें वोटर दिखाई दे रहे हैं। यदि आज इन लोगों को वोटिंग अधिकार छीन लिया जाता है तो ममता बनर्जी के मुंह से आवाज नहीं निकलेगी। गौरव भाटिया के इतना कहते ही ममता बनर्जी के समर्थक और राजनैतिक विश्लेषक सोमनाथ सिंघा रॉय ने कहा कि ये सभी वोटर भाजपा के ही वोटर हैं और इन्हीं वोटरों के दम पर भाजपा सत्ता में आयी है।
बता दें कि हाल ही में ममता बनर्जी ने एनआरसी के मुद्दे पर चेतावनी देते हुए कहा था कि एनआरसी से 40 लाख लोगों को बाहर कर दिया है, जिससे देश में गृहयुद्ध हो सकता है। हालांकि बाद में ममता बनर्जी अपने इस बयान से पलट गईं थी। उल्लेखनीय है कि हाल ही में एनआरसी ने दूसरा ड्राफ्ट जारी किया है, जिसमें 40 लाख लोगों को जगह नहीं मिली है। जिसके बाद राजनैतिक गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया है।