पद्मावती विवाद: अब गुजरात में भी मूवी पर लगा बैन, सीएम विजय रुपाणी बोले- इतिहास के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं
गुजरात सरकार ने संजय लीला भंसाली निर्देशित फिल्म पद्मावती पर बैन लगाने का फैसला किया है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुधवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कहा कि क्षत्रिय समाज और अन्य समुदाय ने मूवी की रिलीज को लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी। उन्होंने कहा, ‘जब तक मामला सुलझ नहीं जाता, तब तक पद्मावती गुजरात में नहीं दिखाई जाएगी। ऐसे मुद्दे माहौल खराब कर सकते हैं। हिंसा की धमकी चुनाव के दौरान माहौल को खराब कर सकती है। कानून एवं व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पद्मावती को गुजरात में नहीं दिखाया जाएगा। इस मामले में आगे की प्रक्रिया गृहमंत्रालय देख रहा है।’
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद रुपाणी ने एक ट्वीट भी किया, जिसमें उन्होंने लिखा, ‘राजपूत समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाली मूवी पद्मावती को गुजरात सरकार रिलीज की अनुमित नहीं देती। हम लोग हमारे इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने को मंजूरी नहीं दे सकते। हम लोग विचारों की आजादी का सम्मान करते हैं, लेकिन हमारी महान संस्कृति के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ को हम बर्दाश्त नहीं कर सकते।’
राजपूत समुदाय के कई संगठन इस मूवी पर बैन लगाने की मांग कर रहे हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी के कई नेता भी मूवी का विरोध कर रहे लोगों का समर्थन कर रहे हैं। मूवी को लेकर काफी विवाद हो रहा है, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब और राजस्थान की सरकारें भी पद्मावती का विरोध करती हुई दिख रही हैं। बुधवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज कहा कि राज्य में फिल्म ‘पद्मावती’ के प्रदर्शन की अनुमति पर निर्णय सेंसर बोर्ड के फैसले के बाद किया जाएगा। उन्होंने हरियाणा के भाजपा नेता सूरजपाल सिंह अम्मू की हालिया आपत्तिजनक टिप्पणियों से खुद को दूर किया। अम्मू ने फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली या अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का सिर कलम करने वाले को 10 करोड़ रुपये के इनाम की कथित रूप से घोषणा की थी।