गुजरात के ऊना में अत्याचार से परेशान हो कुछ दलित परिवार लेने जा रहे बौद्ध धर्म की दीक्षा

मीडीया से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार गुजरात के ऊना में स्वयंभू गौरक्षकों द्वारा चार दलित परिवारों पर हमले के दो साल बाद रविवार (29 अप्रैल) को वह बौद्ध धर्म की दीक्षा लेने जा रहे हैं। बौद्ध धर्म अपनाने के पीछे का संदेश साफ है कि वह अब अपने समुदाय पर और ज्यादा अत्याचार सहने के लिए तैयार नहीं हैं। रमेश सरवैया, उनके भाई वासराम, अशोक और चचेरे भाई बेचर को अर्धनग्न हालत में कार से बांधकर मारते-पीटते हुए 15 किमी तक घसीटा गया था। उन्हें पुलिस स्टेशन के बाहर भी
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