मशहूर भारतीय चित्रकार की पेंटिंग ‘काली’ ऑनलाइन नीलामी में रिकॉर्ड 26.4 करोड़ रुपये में बिकी
मशहूर दिवंगत भारतीय चित्रकार तैयब मेहता की पेंटिंग ‘काली’ गुरुवार (14 जून) को एक ऑनलाइन नीलामी में रिकॉर्ड 26.4 करोड़ रुपये में बिकी। इससे कलाकार के नाम एक नया रिकॉर्ड दर्ज हो गया। पहले यह पेंटिंग थिअटर डायरेक्टर एब्राहिम अलकाजी के कलेक्शन का हिस्सा थी। यह पेंटिंग मानवीय मन की दुविधा, अच्छाई और बुराई की लड़ाई, सृजन और विनाश को लेकर अंतर्द्वद को दर्शाती है। यह नीलामी सैफ्रोनर्ट कंपनी द्वारा आयोजित की गई। सैफ्रोनर्ट ने अपने बयान में कहा, “आधुनिकतावादी तैयब मेहता ने आज सैफ्रोनर्ट के समर ऑनलाइन नीलामी में 26.4 करोड़ रुपये में काली (1989) की बिक्री के साथ एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है।” मेहता का पिछला रिकॉर्ड मशहूर नीलामी घराने क्रिस्टी के साथ था। मई 2017 में उनकी पेंटिंग ‘वुमन ऑफ रिक्शा’ (1994) क्रिस्टी की नीलामी में 22.99 करोड़ में बिकी थी। सैफ्रोनर्ट ने काली के खरीदार के नाम का खुलासा नहीं किया और कहा कि ऐसा करना कंपनी के नियम के खिलाफ है
सैफ्रोनर्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह-संस्थापक दिनेश वजिरानी ने बिक्री की घोषणा के बाद मीडिया को बताया, “तैयब मेहता की काली ने आधुनिक भारतीय कला बिक्री में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है और भारतीय कला के लिए ऑनलाइन नीलामी के आगे का रास्ता प्रशस्त किया है।” जीवन का अधिकांश समय मुंबई में बिताने वाले मेहता का दो जुलाई 2009 को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। 2007 में तैयब मेहता को पद्म भूषण से नवाजा गया था।
दिवंगत चित्रकार मुंबई के जेजे स्कूल ऑफ आर्ट के छात्र रह चुके थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिर तैयब मेहता के बेटे यूसुफ मेहता ने पिता की कलाकृति इतने ऊंचे दाम में नीलाम होने पर खुशी जताई। यूसुफ मेहता ने बाताया कि उनके पिता शांतिनिकेतन में रहने के दौरान देवी काली और दुर्गा से बहुत प्रभावित थे और यह उनकी चित्रकारी में भी शामिल हो गया। उन्होंने कहा कि पिता के दुनिया से रुख्सत होने बाद भी उनके काम को तारीफ मिल रही है यह खुशी की बात है।