पाकिस्तानी पत्रकार ने शेयर किया कराची के मंदिर में ईद की कुर्बानी का वीडियो, छिड़ी अल्पसंख्यकों की हालत पर बहस

पाकिस्तान में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की हालत हमेशा चिंताजनक रही है। ताजा मामला बकरीद पर एक मंदिर में बलि देने के लिए पशुओं को रखना का है। पाकिस्तानी अखबार एक्स्प्रेस ट्रिब्यून के न्यूज एडिटन बिलाल फारूक़ी ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें कथित तौर पर कराची के एक मंदिर में ऊंट बैठे दिख रहे हैं। बिलाल ने चंद्र प्रकाश खत्री से साभार ये वीडियो शेयर किया है। पाकिस्तानी पत्रकार द्वारा शेयर किए गए वीडियो में मंदिर के अंदर ऊंट के अलावा मोटरसाइकिल रखी नजर आ रही है।बिलाल ने लिखा है, “कराची एयरपोर्ट के निकट एक हिंदू मंदिर में मुसलमानों ने बलि के जानवर रखे हैं। शर्मनाक!” बिलाल ने अपने ट्वीट को अल्पसंख्यक हैशटैग के साथ ट्वीट किया है। उनके ट्वीटर को साढ़े तीन हजार से ज्यादा लोग रीट्वीट कर चुके हैं। इसी के साथ पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर ट्विटर पर बहस छिड़ गयी।

बिलाल फारूकी के ट्वीट पर पाकिस्तान के डॉन न्यूज के पत्रकार अब्दुल्लाह राजपूत ने लिखा है, “ये बहुत ही संवेदनशील मसला है, इससे अल्पसंख्यकों का गुस्सा भड़केगा।” ज्योतिका नाम की एक अन्य यूजर ने अब्दुल्लाह के कमेंट पर लिखा है, “अल्पसंख्यकों के गुस्से की चिंता मत करो….वो तो रोज ही अपने वजूद के लिए संघर्ष करते हैं।” अब्दुल्लाह ने जवाब देते हुए कहा है, “अल्पसंख्यक पाकिस्तान में खुशी खुशी रह रहे हैं और हम इसकी परवाह करते हैं इसीलिए बिलाल ने वीडिया चर्चा के लिए यहां डाला है।”

हरमनप्रीत सिंह नामक एक यूजर ने लिखा है, “एक दूसरी दुनिया में: उत्तराखंड के जोशीमठ में मुसलमानों ने गुरुद्वारे में नमाज पढ़ी क्योंकि बारिश के कारण वो गांधी मैदान में नमाज नहीं पढ़ सके।” हालांकि ज्यादातर पाकिस्तानी यूजर्स ने वीडियो की निंदा की है। हालांकि अन्य यूजर्स पाकिस्तानियों से इस बात पर सहमत नहीं दिख रहे कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक खुशहाल हैं।

 

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