Paradise Papers: कंपनियों की वित्तीय अनियमितता की जांच करेगा SEBI
बाजार नियामक सेबी विभिन्न सूचीबद्ध कंपनियों और उनके प्रवर्तकों द्वारा कोष की कथित हेराफेरी और कंपनी संचालन में खामी की जांच करेगा। इसमें विजय माल्या से जुड़े प्रवर्तक शामिल हैं। पैराडइज पेपर में माल्या का नाम भी शामिल है। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि माल्या से जुड़ी कुछ इकाइयों की जांच पहले ही सेबी और अन्य एजेंसियां कर रही हैं। अब अगर इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इनवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (आईसीआईजे) द्वारा सार्वजनिक किए गए दस्तावेज में कोई नया खुलासा किया गया है तो उस पर विस्तार से गौर किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दस्तावेज में अगर सूचीबद्ध कंपनियों और उनसे जुड़ी या उनके प्रवर्तकों के बारे में खुलासा किया जाता है तो यह देखा जाएगा कि कंपनी संचालन या खुलासा नियमों या कोष की हेराफेरी समेत कोई अनियमितता तो नहीं की गई। इस संदर्भ में विस्तृत जांच कर गड़बड़ी का पता लगाया जाएगा। इस संदर्भ में शेयर बाजार और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) संबंधित सूचीबद्ध कंपनियों से विदेशों में अगर उनकी तरह कोई इकाई है तो उस बारे में सूचना मांगेगा।
उसके बाद उसका संबंधित इकाई की तरफ से की गई सांविधिक और नियामकीय घोषणाओं से मिलान किया जाएगा। एक अधिकारी ने कहा कि इस मामले में सेबी अन्य नियामकों और सरकारी एजेंसियों से समन्वय करेगा। साथ ही जरूरत पड़ने पर विदेशी नियामकों से जानकारी मांगी जाएगी। पैराडाइज दस्तावेज में दुनिया के कुछ ताकतवर लोगों और कंपनियों की विदेशों में गतिविधियों का खुलासा किया गया है।
बता दें कि पनामा पेपर की तर्ज पर लीक हुए पैराडाइज पेपर में मोदी सरकार के मंत्री, बीजेपी और गैर बीजेपी दलों के सांसदों, बॉलीवुड हस्तियों समेत कुल 714 भारतीयों के नाम शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा, बिहार से बीजेपी के सांसद आर के सिन्हा, पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद वीरप्पा मोईली, पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम, बॉलीवुड स्टार और सदी के महानायक अमिताभ बच्चन, संजय दत्त की पत्नी मान्यता दत्त के भी नाम इस दस्तावेज में हैं। इस डेटा में कुल 180 देशों के नाम हैं। इनमें से भारत का स्थान 19वां है। यहां के कुल 714 लोगों का नाम इस डेटा लिस्ट में है।