Paris Olympics 2024: शाबाश! टीम इंडिया, हॉकी में गोल्ड नहीं तो क्या हुआ, आपका यह सफर ‘सुनहरा’ है
पेरिस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम सेमीफाइनल में जर्मनी से हार गई. अब भारतीय हॉकी टीम ब्रॉन्ज मेडल मैच में स्पेन के साथ भिड़ेगी.
ओलंपिक में 44 साल बाद भी भारतीय हॉकी का गोल्ड मेडल जीतने का सपना टूट गया है. सेमीफाइनल में भारतीय टीम को जर्मनी ने 3-2 से हराकर फाइनल में जगह बना ली है. अब भारतीय टीम ब्रॉन्ज मेडल मैच में स्पेन के साथ भिड़ेगी. बता दें कि भारतीय हॉकी टीम ने आखिरी बार ओलंपिक में गोल्ड 1980 मास्को ओलंपिक में जीता था. इसके बाद 41 साल के बाद टोक्यों ओलंपिक 2020 में भारत को मेडल मिला था. टोक्यो ओलंपिक में भी भारतीय हॉकी टीम ब्रॉन्ज जीतने में सफल रही थी. बता दें कि इस बार के ओलंपिक में अब गोल्ड मेडल मैच जर्मनी और नीदरलैंड्स के बीच होगा.
आखिरी 6 मिनट में पलट गया मैच
जर्मनी के खिलाफ भारतीय हॉकी टीम का परफॉर्मेंस उस दर्जे का नहीं रहा जिसकी उम्मीद भारतीय फैन्स को थी. भारतीय टीम सेमीफाइनल मैच के दबाव में नजर आई. जिसके कारण मैच के दौरान भारतीय खिलाड़ियों से गलतियां हुई और भारत को आखिर में हार का सामना करना पड़ा. मिल्टकाव ने 54वें मिनट में गोल कर जर्मनी को जीत दिला दी. जैसे ही फाइनल टाइम के बाद हूटर बजा भारतीय खिलाड़ी इमोशनल हो गए. ऐसा होता भी क्यों ना.. 44 साल के बाद जो भारतीय हॉकी टीम फाइनल में पहुंच सकती थी. भारतीय हॉकी टीम का इतिहास स्वर्णिम रहा था. भारत ने ओलंपिक में 8 गोल्ड मेडल मैच जीते हैं. आखिरी बार 1980 में भारत को गोल्ड मिला था. इस बार ओलंपिक में भारत ने यह उम्मीद जगाई थी. लेकिन किस्मत सेमीफाइनल में भारत के साथ नहीं था.
बता दें कि सेमीफाइनल मैच में भारत की ओऱ से कप्तान हरमनप्रीत ने मैच के शुरूआत में 7वें मिनट में गोल करके भारत को बढ़त दिला दी थी. ऐसे में उम्मीद थी कि भारतीय टीम इसी तरह से पूरे मैच खेलेगी लेकिन जर्मनी के गोंजालो पेयाट ने 18वें मिनट में गोल करके स्कोर को बराबरी पर पहुंचा दिया. इसके बाद क्रिस्टोफर रूर ने 27वें मिनट में गोल करके भारत को बढ़त दिला दी. इसके बाद फिर भारतीय टीम दबाव में आ गई. मिले मौके को गोल में तब्दील करने से चूकती रही, इसके बाद आखिरी क्वार्टर के 54वें मिनट में मार्को मिल्टकाव ने गोल करके भारत की उम्मीद को खत्म कर दिया.