परमाणु हथियारों से लैस उत्तर कोरिया से निपटने के लिए डोनाल्ड ट्रंप का जवाब
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि परमाणु हथियारों से लैस उत्तर कोरिया से निपटने के वास्ते सैन्य हमला उनके लिए पहला विकल्प नहीं है। हालांकि उन्होंने इस विकल्प को पूरी तरह खारिज नहीं किया है। ट्रंप की यह टिप्पणी उनके चीनी समकक्ष शी चिनफिंग से टेलीफोन पर हुई बातचीन के दौरान आई। ट्रंप उत्तर कोरिया द्वारा छठा और अपना सबसे शक्तिशाली परमाणु परीक्षण किए जाने के बाद चिनफिंग से कोरियाई प्रायद्वीप के हालात पर चर्चा कर रहे थे। ट्रंप की यह टिप्पणी पिछले महीने उत्तर कोरिया सरकार को दी गई चेतावनी की तुलना में कम तीखी थी।
अमेरिका ने उत्तर कोरिया के मुख्य व्यापार भागीदार चीन से अनुरोध किया कि वह प्योंगयांग पर विवादित मिसाइल प्रोग्राम को रोकने के लिए दबाव बनाए। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि उत्तर कोरिया को लेकर उनकी शी से मजबूत और खुलकर बातचीत हुई है।
ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं मानता हूं कि राष्ट्रपति शी मुझसे 100 फीसदी सहमत हैं. वहां जो कुछ भी हो रहा है, उसे वह खुद भी नहीं देखना चाहते हैं। राष्ट्रपति से जब सैन्य कार्रवाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘हम देखने जा रहे हैं कि आगे क्या होता है। निश्चित तौर पर सैन्य विकल्प पहला नहीं है, लेकिन हम देखेंगे कि क्या होता है।
आपको बता दें कि उत्तर कोरिया ने बीते रविवार को अब तक का अपना सबसे शक्तिशाली परमाणु विस्फोट करके दुनिया को सकते में डाल दिया था। उसने दावा किया कि उसने लंबी दूरी की मिसाइल पर लगाए जा सकने वाले हाइड्रोजन बम का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस ने उत्तर कोरिया के भूमिगत परमाणु परीक्षण की ंिनदा की है और इस कृत्य को क्षेत्रीय सुरक्षा के लिये ‘‘गंभीर’’ अस्थिरता पैदा करने वाला बताया है।
उत्तर कोरिया ने कल अपना सबसे शक्तिशाली परमाणु परीक्षण किया था। उसका दावा है कि उसने आधुनिक हाइड्रोजन बम विकसित किया है, जिसे अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों पर भी लगाया जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता द्वारा जारी बयान के मुताबिक, महासचिव ने कहा कि उत्तर कोरिया की कार्रवाई एक बार फिर इसके अंतरराष्ट्रीय दायित्वों की अवमानना एवं अंतरराष्ट्रीय परमाणु अप्रसार एवं नि:शस्त्रीकरण के प्रयासों को नजरअंदाज करती है। बयान में उत्तर कोरिया के आधिकारिक नाम डेमोक्रेटिक पिपुल रिपब्लिक आॅफ कोरिया का जिक्र करते हुए कहा गया, ‘‘यह कृत्य क्षेत्रीय सुरक्षा के लिये गंभीर अस्थिरता पैदा करने वाला है।