अगर ये बदलाव हो गया तो आपका पासपोर्ट नहीं करेगा ‘एड्रेस प्रूफ’ का काम
अगर आप अभी तक पासपोर्ट को एड्रेस प्रूफ के तौर पर इस्तेमाल करते आ रहे हैं तो जानकारी आपको चौंका सकती है। आने वाले दिनों में पासपोर्ट एड्रेस प्रूफ के रूप में नहीं इस्तेमाल किया जा सकेगा। ऐसा इसलिए, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार इसमें बड़ा फेरबदल कर सकती है। विदेश मंत्रालय में इसी बाबत एक प्रस्ताव पर इन दिनों चर्चा हो रही है, जिसमें पासपोर्ट के आखिरी पेज के हटाने की बात है। पासपोर्ट के आखिरी पेज पर उसके धारक का पता लिखा होता है। अगर मंत्रालय इस प्रस्ताव पर मुहर लगा देता है तो आगामी दिनों में पासपोर्ट का इस्तेमाल एड्रेस प्रूफ के रूप में नहीं किया जा सकेगा। अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार, मंत्रालय के पासपोर्ट एंड वीजा डिविजन के काउंसर में नीति और वैधानिक मामलों के अंडर सेक्रेट्री सुरेंद्र कुमार ने कहा कि यह बदलाव प्रभाव में तब सामने आ सकता है, जब अगली खेप के पासपोर्ट जारी किए जाएंगे।
उन्होंने बताया, “पासपोर्ट के आखिरी पेज को खाली रखने का फैसला लिया गया है।” फिलहाल पासपोर्ट के पहले पन्ने पर धारक का नाम, फोटो और कुछ अन्य जानकारियां दी गई होती हैं। मगर पते का ब्यौरा आखिरी पेज पर दिया जाता है।
इतना ही नहीं, मंत्रालय पासपोर्ट के रंग में भी बदलाव कर सकता है। रेग्युलर पासपोर्ट का कवर अभी तक नेवी ब्लू कलर का है। ये सामान्य यात्रा के लिए जारी किए जाते हैं, जिसमें छुट्टियां और कारोबार से संबंधी दौरे शामिल होते हैं। वहीं, डिप्लोमैटिक पासपोर्ट का कवर मैरून रंग का होता है। यह भारतीय राजनयिकों और शीर्ष सरकारी अधिकारियों को दिया जाता है। जबकि, ऑफिशियल पासपोर्ट का कवर सफेद होता है और उन लोगों को मिलता है, जो आधिकारिक काम-काज के दौरान भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करते हैं।
रेग्युलर पासपोर्ट होल्डर्स दो श्रेणियों में आते हैं। एक वह, जिन्हें इमिग्रेशन चेक (ईसीआर) की जरूरत होती है। दूसरे वह जिनके लिए यह अनिवार्य नहीं (ईसीएनआर) होता। फिलहाल मंत्रालय ईसीआर श्रेणी में आने वाले लोगों को नारंगी (ऑरेंज) रंग के कवर वाले पासपोर्ट जारी करने के बारे में सोच रहा है। लेकिन पासपोर्ट कैसा होगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।