क्रूज वाले किसी को नहीं बताते ये चीजें, सिर्फ अंदरखाने के लोग जानते हैं ये सब

क्रूज शिप दूर से देखने से कितने प्यारे लगते हैं न। लेकिन इन पर क्या होता है, यह कभी सोचा है? लोग कैसे महीनों तक इन पर रहकर समुद्र के बीच बिता देते हैं। शिप पर काम करने वालों की जिंदगी कैसी होती होगी। इसी क्रम में अमेरिकी वेबसाइट रेडिट पर कई क्रूजकर्मियों ने यहां की वे बातें बताईं, जिससे ज्यादातर यात्री वाकिफ नहीं होते हैं।

– क्रूजशिप कर्मी कई महीनों तक साथ रहते हैं। ऐसे में उनके लिंक-अप और रिलेशनशिप आम हैं। मिरटागेव नाम के रेडिट यूजर ने बताया कि कोई भी किसी के साथ हमबिस्तर हो जाता है।

– वहीं, तीन साल तक क्रूज शिप पर काम करने वाले हीपगुड्स के मुताबिक उनके तीन दोस्तों को यात्रियों के साथ संबंध बनाने के चलते निकाल दिया गया था। क्रू-मेंबर्स के लिए यह सख्त मना है।

– केबिन छोटे होने के कारण अधिकतर कर्मियों को उन्हें शेयर करना पड़ता है। मगर अधिकारियों को कमरे अलॉट किए जाते हैं। उसमें कई सुविधाएं होती हैं। एक यूजर ने लिखा कि अगर सिंगल कमरा होता है, तो लड़कियां भी उस पर दीवानी होती हैं। बदसूरत लोगों को सुंदर लड़कियां, मिल जाती हैं। वहीं, एक फीमेल क्रू मेंबर ने कहा कि उसने ऐसी कुछ सुविधाओं का लाभ एक अधिकारी के साथ उठाया था। उसके पास बड़ा केबिन था, जिसमें डबल बेड और खिड़कियां थीं।

– क्रूज पर सोशल लाइफ ज्यादा हैपनिंग होती है। तीन साल तक क्रूज पर काम करने वाले एक इंजीनियर ने बताया कि यहां पीने को बेहद सस्ती शराब मिलती है। चंद पैसों में आप पूरे कमरे भर के लोगों के लिए शराब खरीद सकते हैं।

– पांच साल से क्रूज शिप्स पर काम कर रहे यूजर सीस्टार 321 ने बताया कि कई घंटे काम करने के बाद एक केबिन में रहकर मजा आता है। दीवार कागज जितनी पतली होती हैं, इसलिए अगल-बगल भी पता लग जाता है कि क्या चल रहा है।

– कई क्रू मेंबर्स का कहना था कि यहां पर दिया जाने वाला खाना वाहियात होता है। उनके पास ज्यादा विकल्प भी नहीं होते। सुनामी नाम के एक यूजर ने बताया कि खाना मिलता है लेकिन शिप पर सबसे ज्यादा लोग फिलिपींस और भारत के थे, लिहाजा क्रू उन्हीं के हिसाब का खाना बनाता था।

– घूमने की चाहत यहां पूरी हो जाती है। सीस्टार 321 ने लिखा कि पांच सालों में क्रूज शिप्स पर रहते हुए उन्होंने 75 देश घूम लिए। वह अलास्का, कोस्टा डी रीका, कैरेबियन सी, ग्रेट बैरियर रीफ और मिस्र के पिरामिड हो आए हैं।

– शिप पर क्लास सिस्टम काम करता है। आमतौर पर लोग देश के हिसाब से लोग बंटे होते हैं। वे अपने में रहते हैं और ज्यादा किसी से बात नहीं करते। बिलियनएन नाम के यूजर ने लिखा, यह पूरी तरह से निर्भर करता है कि आप कहां से हैं। मेरी बीवी से मैं शिप पर मिला था।

– एक बात अच्छी है कि यहां कर्मचारियों को केबिन में महीनों तक ठहरने के लिए भाड़ा नहीं देना पड़ता। लेकिन कुछ शिप्स पर उन्हें टॉयलेट पेपर इस्तेमाल करने के लिए पैसे चुकाने पड़ते हैं।

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