अविश्वास प्रस्ताव मेनोल्टे हुए राहुल गांधी का प्रधानमंत्री पर हमला- PM चौकीदार नहीं भागीदार हैं
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर शुक्रवार (20 जुलाई) को बड़ा हमला बोला। लोकसभा में विपक्ष की ओर से मोदी सरकार के खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव के दौरान उन्होंने कहा, “पीएम देश के चौकीदार नहीं, बल्कि भागीदार हैं। वह अपने मित्रों की जेब में देश के पैसे डलवाना चाहते हैं।” कांग्रेस अध्यक्ष ने इसके अलावा आरोप लगाया कि पीएम ने सैनिकों को धोखा दिया है।
मोदी सरकार पर हमलावर होते हुए वह बोले, “चीन 50 हजार युवाओं के 24 घंटे में रोजगार देता है। आप (सरकार) लोग 24 घंटे में 400 युवाओं को रोजगार देते हो। जहां जाते हैं वहां रोजगार की बात करते हैं। कभी कहते हैं पकौड़े बनाओ, कभी कहते हैं दुकान खोले। रोजगार छोटे और मध्यम स्तर के कारोबार लाएंगे। पीएम ने नोटबंदी की। शायद समझ नहीं थी कि किसान, मजदूर, गरीब अपना धन कैश में चलाते हैं।”
बकौल राहुल, “पीएम विदेश तो जाते हैं। लेकिन वह छोटा कारोबारियों और दुकानदारों से बात नहीं करते।” राफेल डील पर उन्होंने कहा, “रक्षा मंत्री ने कहा कि फ्रांस के साथ रफेल की डील पर गोपनीयता का पहलू था। मैं व्यक्तिगत तौर पर फ्रांस के पीएम से मिला और उनसे पूछा कि क्या कोई ऐसी बात थी। उन्होंने साफ किया कि नहीं, ऐसा कुछ नहीं था। जादू से पीएम ने रफेल का दाम बढ़ाकर 1600 करोड़ रुपए कर दिए।”
कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक, “सबको पता है कि पीएम की मार्केटिंग पर कौन खर्च करता है। मोदी की मार्केटिंग पर कारोबारी ही रकम लगाते हैं। एचएएल से पैसा लेकर ऐसे व्यक्ति तो दिया, जो मार्केटिंग करता है। पीएम को संसद में इस पर जवाब देना चाहिए।”
पीएम को देखते हुए राहुल बोले, “मैं उन्हें मुस्कुराते देख रहा हूं। लेकिन वह नर्वस हैं और मेरी ओर देख रहे हैं। मैं समझ सकता हूं। वह मेरी आंखों में आंखें नहीं डाल के देख सकते, क्योंकि उनकी बातों में सच्चाई नहीं है। देश समझ गया है कि मोदी चौकीदार नहीं बल्कि भागीदार हैं।”
औरतों पर देश में बढ़ते अत्याचार को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष बोले, “इतिहास में पहली बार ऐसी छवि बनी कि देश में महिलाओं की रक्षा नहीं की जा पा रही है। पीएम के मुंह से इस मसले पर एक शब्द नहीं निकलता है। पीएम का फर्ज बनता है कि वह दिल की बात देश के सामने कहें। पीएम मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह सत्ता छोड़ना नहीं चाहते। अगर ये सत्ता छोड़ देंगे तो हार जाएंगे।”