तोहफे में 200 गायें लेकर रवांडा जा रहे प्रधानमंत्री मोदी होंगे रवांडा जाने वाले पहले प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार 23 जुलाई को अफ्रीकी देश रवांडा की यात्रा पर जा रहे हैं। इस दौरान पर वह मेजबान देश के लिए विशेष तोहफा देंगे। प्रधानमंत्री यात्रा के दौरान रवेरू मॉडल गांव का दौरा करेंगे और 200 गायें वहां के लोगों को तोहफे में देंगे। ये गांव रंवाडा के पूर्वी राज्य में स्थित है। इन गायों को रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागामे के फ्लैगशिप कार्यक्रम ‘गिरिंका’ में योगदान के तहत दिया जाएगा। ये गायें स्थानीय लोगों से ही भारत ने ली है। भारतीय अधिकारियों के मुताबिक गायों को स्थानीय वातावरण में रहने के लिए तैयार किया गया है। रवांडा की सीमाएं समुद्री तट से नहीं मिलती हैं।
‘गिरिंका’ गरीबी उन्मूलन के लिए रंवाडा की सरकार का एक अहम कार्यक्रम है। इस शब्द का अर्थ होता है ‘एक गाय रखिए’। रवांडा की सरकार ने साल 2006 में ‘एक गरीब परिवार के लिए एक गाय’ योजना लाॉंच की है। इस योजना के जरिये कई परिवार गरीबी के दुष्चक्र से बाहर निकले हैं। रंवाडा सरकार का दावा है कि इस योजना से अबतक 3.5 लाख परिवारों को फायदा मिला है। सामाजिक महत्व के इस कार्यक्रम की निगरानी राष्ट्रपति पॉल कागामें खुद करते हैं। इस योजना के तहत गरीब परिवारों को एक गाय सरकार द्वारा दिया जाता है। इसके बाद ये परिवार इस गाय से पैदा हुई मादा बछड़े को अपने पड़ोसी को बतौर गिफ़्ट देता है। इस योजना का मकसद आर्थिक समृद्धि तो है ही, इसका लक्ष्य भाईचारा और प्यार भी बढ़ाना है।
इस योजना पर काम करने वाले विदेश मंत्रालय के सचिव (आर्थिक संबंध) टी . एस . तिरूमूर्ति ने संवाददाताओं से कहा कि ये कार्यक्रम पीएम की यात्रा का एक अहम हिस्सा है। गाय को तोहफे में देने की प्रथा रंवाडा में सदियों पुरानी है। इस के तहत सम्मान या फिर शादी में बतौर ‘दहेज’ गाय को एक परिवार द्वारा दूसरे को दिया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी किगाली नरसंहार मेमोरियल भी जाएंगे। यहां पर पीएम रंवाडा के लोगों के प्रति भारत का आभार व्यक्त करेंगे। 1994 की हिंसा में यहां पर किसी भारतीय पर हमला नहीं हुआ था। एक अधिकारी ने कहा कि गाय तोहफे में देना सिर्फ एक आर्थिक योगदान नहीं है, बल्कि भारत सरकार द्वारा रवांडा के लोगों के प्रति आभार जताना भी है। पीएम मोदी 23 से 27 जुलाई तक रवांडा, युगांडा और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर जाएंगे। दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के दौरान वह ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेंगे जिसमें अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा समेत कई वैश्विक महत्व के मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।