उद्घाटन के दो साल बाद IIT गांधीनगर राष्ट्र को समर्पित करेंगे पीएम मोदी, गुजरात चुनाव पर नजर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (7 अक्टूबर) को गांधीनगर आईआईटी कैंपस को राष्ट्र को समर्पित करने की घोषणा करेंगे। पीएम मोदी के इस फैसले को संभावित तौर पर गुजरात चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा, ‘आईआईटी को राष्ट्र को समर्पित करने का फैसला किसी भी समय लिया जा सकता है भले ही वो संस्थान कार्यात्मक क्यों ना हो।’ हालांकि उन्होंने ये भी स्वीकार किया कि किसी कैंपस के उद्घाटन के लंबे समय बाद उसे राष्ट्र के लिए समर्पित करना असामान्य बात है। आईआईटी गांधीनगर का उद्घाटन करीब दो साल पहले यूपीए सरकार में 8 जुलाई, 2008 में हुआ था। अहमदाबाद एयरपोर्ट से करीब दस किमी दूर ये संस्थान शुरू में विश्वकर्मा सरकारी इंजीनियरिं कॉलेज के परिसर से संचालित होता था। जबकि साल 2015 में आईआईटी को गांधीनगर स्थित में पालाज कैंपस में शिफ्ट कर दिया था। ये जगह करीब 400 एकड़ में फैली है। जानकारी के लिए बता दें कि गुजरात में इस साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं।
ऐसे में नोटबंदी के बाद बीजेपी व्यापारी समुदाय और ब्राह्मणों से बाहर भी अपना आधार बढ़ाना चाहती है। उसकी नजर ओबीसी वोटों पर ज्यादा है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि हार्दिक पटेल के नेतृत्व में पटेलों के प्रदर्शन से बीजेपी को कितना नुकसान होगा, फिर भी पार्टी अपने इस परंपरागत वोट बैंक को बनाए रखने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की जनसभाओं में पटेल प्रदर्शनकारी पिछले कुछ दिनों से बाधा डाल रहे हैं। वहीं कुछ दिनों पहले शिवसेना में शामिल हुए हार्दिक पटेल अब कांग्रेस को संदेश भेज रहे हैं। उन्होंने पिछले हफ्ते कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की गुजरात यात्रा के दौरान उनकी प्रशंसा की थी। वहीं ओबीसी वोटों को अपने पाले में लाने के लिए बीजेपी ने पीएम मोदी को आगे किया है, जो इसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।