पीएमओ ने दिया कूड़ा हटाने का ऑर्डर, लोग कर रहे सवाल- अब यही करेगी हमारी फौज?
प्रधानमंत्री कार्यालय ने रक्षा मंत्रालय से पहाड़ी इलाकों में सैलानियों द्वारा छोड़े गये कूड़ो की सफाई सुनिश्चित करने के लिए कहा है। इस पर सोशल मीडिया में कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं। सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल एचएस पनाग ने लिखा, “काँव-काँव करना बंद करो और काम पर चलो! आदेश पीएमओ से आया है और पूरा देश तुम्हारे पीछे है!” पनाग के ट्वीट पर कई यूजर्स ने इस फैसले पर सवाड़ खड़ा किया है। यूजर्स के कमेंट का जवाब देते हुए पनाग ने लिखा है, “आदेश आदेश होता है” और उसे “पालन” करना होता है। हालांकि कई यूजर्स ने लिखा कि एचएस पनाग ने पीएमओ के आदेश पर तंज ही किया है। जब एक यूजर ने तर्क दिया कि जिन पहाड़ी इलाकों पर सेना को सफाई के लिए कहा जा रहा है वहाँ नागरिक प्रशासन की पहुंच नहीं तो है एचएस पनाग ने जवाब दिया, “अगर सैलानी वहाँ जा सकते हैं तो वो अपना कूड़ा भी साफ कर सकते हैं। सेना अपना कूड़ा खुद साफ करती है।”
पीएओ के इस आदेश की जानकारी शनिवार (16 सितंबर) को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने मीडिया को दी। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने कहा कि “इनमें से बहुत से पहाड़ी इलाकों तक आपके और मेरे जैसे लोग नहीं जा सकते फिर भी बहुत सैलानी वहां जाने में सफल रहते हैं। वहाँ की पारिस्थितिकी के कारण वहाँ छोड़ा गया कूड़ा कभी नष्ट नहीं होता। इसलिए स्वच्छता अभियान का एक उद्देश्य ऊंचाई वाले इलाकों में जाना और वहाँ सफाई करना है।”
जम्मू-कश्मीर के कारगिल और लद्दाख इलाके, पूर्वोत्तर भारत के सिक्किम और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में हर साल बड़ी संख्या में सैलानी जाते हैं। सुदूरवर्ती पहाड़ी इलाकों में नागरिक प्रशासन नगण्य होता है और केवल भारतीय सेना ही वहाँ पर्याप्त संख्या में मौजूद रहती है। रक्षा मंत्री शनिवार को हिमाचल प्रदेश के कसौली में भारतीय सेना की पश्चिमी कमान के आठ कैंटोमेंट को ओपेन डिफेकेशन फ्री (ओडीएफ) पुरस्कार देेने के मौके पर बोल रही थीं। सेना के अमृतसर, डलहौजी, डगसाई, फिरोजपुर, जालंधर, जुटोग, कसौली और सुबाथु कैंटोमेंट को पुरस्कृत किया गया।