PNB Scam: बैंकों के हजारों करोड़ लेकर फरार नीरव मोदी पहुंचा ब्रिटेन, मांग रहा ‘राजनीतिक शरण’!

भारत से 12634 करोड़ रुपये का घपला करके जूलरी कारोबारी नीरव मोदी लंदन भाग चुका है। अब नीरव मोदी ने लंदन में शरण मांगी है। ये बात कई मीडिया रिपोर्ट में सामने आने के बाद कही जा रही है। ब्रिटेन के गृह मंत्रालय का कहना है कि वह किसी खास मामले में जानकारी उपलब्ध नहीं करवाते हैं। समाचार एजेंसी रायटर्स के मुताबिक नीरव मोदी से संपर्क का प्रयास सफल नहीं हो सका है। पंजाब नेशनल बैंक, भारत का सार्वजनिक क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा बैंक है। साल 2018 से पहले दो बड़े जूलरी ग्रुप के मुखिया नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी ने भारतीय बैंकों की विदेश में स्थित शाखाओं से करीब 2200 करोड़ रुपये का ​कर्ज लिया।

इस घोटाले में उनकी मदद पीएनबी की मुंबई शाखा के भ्रष्ट स्टाफ ने बखूबी कई सालों तक की। नीरव मोदी अब लंदन में शरण पाने की कोशिश कर रहा है। उसका तर्क है कि भारत सरकार उसका ‘राजनीतिक उत्पीड़न’ कर रही है। भारत के विदेश मंत्रालय ने मीडिया को बताया है कि भारत सरकार देश की सुरक्षा एजेंसियां उसके भागने से पहले उस तक पहुंचने की कोशिश में थीं, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। मंत्रालय ने काम के घंटों से बाहर समाचार एजेंसी रायटर्स से बात करने से इंकार कर दिया। भारत पहले ही भगोड़े कारोबारी विजय माल्या की गिरफ्तारी की कोशिशों में जुटा हुआ है।

शराब और एविएशन का किंग कहा जाने वाला ये कारोबारी भी भारतीय बैंकों की बड़ी रकम लेकर फरार हुआ है। वह पिछले साल मार्च में देश छोड़कर भागने में कामयाब रहा था। केन्द्रीय जांच ब्यूरो ने मई में 25 से ज्यादा लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किए थे। आरोपियों में फेहरिस्त में नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, पूर्व पीएनबी चीफ ऊषा अनंतसुब्रमण्यम, बैंक के दो एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और नीरव मोदी से जुड़ी तीन कंपनियां शामिल हैं। हालांकि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मोदी और चोकसी ने किसी भी गलत काम में अपना हाथ होने से इंकार किया है। पिछले महीने बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों पर सीबीआई ने आरोप लगाए थे। ये आरोप कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में लगाए गए थे। आरोपों में कहा गया था कि साल 2016 के अंत में बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों ने कर्ज की गारंटी और वित्तीय संदेश तंत्र में गड़बड़ी की है। ये बात घोटाले की मुख्य वजहों में से एक थी।

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