गैंगरेप की एक नाबालिग पीड़िता ने जब पुलिस से लगाई मदद की गुहार, पुलिसकर्मी ने भी किया बलात्कार
झारखंड में एक गैंगरेप पीड़िता से एक पुलिस अधिकारी द्वारा बालात्कार करने की शर्मनाक घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता 11 वर्ष की उम्र से मानगो स्थित सहारा सिटी में नानक चंद्र सेठ के घर में घरेलू नौकरानी के तौर पर काम कर रही थी। पीड़िता वहीं रहती भी थी। उसका महीनों से यौन उत्पीड़न किया जा रहा था, लेकिन उसकी मां ने 19 जनवरी को पुलिस में इसकी शिकायत दी थी। पिछले साल पुलिस की पेट्रोलिंग टीम (मोबाइल टाइगर्स) ने किशोरी को दिमना में कुछ युवाओं के साथ देखा था। पुलिसकर्मी उसे और युवाओं को एक थाने में ले गए थे। किशोरी का आरोप है कि वहां एक पुलिस अधिकारी ने भी उसके साथ दुष्कर्म किया था। एफआईआर में शिव कुमार महतो, संतोष महतो और इंद्रपाल सिंह सैनी को नामजद किया गया था। पीड़िता मूल रूप से पोटका गांव की रहने वाली है। पुलिस ने इस मामले में पॉक्सो कानून की धारा भी लगाई है।
मामले की छानबीन करने वाले पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि पूछताछ मेंं नाबालिग ने पुलिसकर्मी द्वारा दुष्कर्म करने का सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने कहा, ‘पीड़िता ने एक थाने के पुलिस अधिकारी का भी नाम लिया है। जल्द ही किशोरी को संबंधित थाने ले जाया जाएगा जहां पुलिसकर्मियों की पहचान कराई जाएगी। पुलिस अधिकारी द्वारा नाबालिग से दुष्कर्म करने की घटना बेहद गंभीर है। इस मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।’ एसपी के बयान के बावजूद तीनों आरोपियों में से किसी को भी अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
वीडियो बनाकर आरोपी कर रहा था ब्लैकमेल: किशोरी ने आरोप लगाया कि इलेक्ट्रिशियन शिव कुमार काम के सिलसिले में अक्सर सहारा सिटी आता रहता था। उसने एक अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था। आरोप है कि उसने किशोरी को कई अन्य लोगों के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए भी मजबूर कर दिया था। किशोरी पुलिस में इसकी शिकायत देने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी। बता दें कि पिछले साल मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में थाने से कुछ ही दूरी पर एक छात्रा के साथ गैंगरेप किया गया था। पुलिस ने मामला दर्ज करने में आनाकानी की थी। मामले के तूल पकड़ने पर एफआईआर दर्ज की गई थी।