ट्रैफिक पुलिसवाले के बेघर बुजुर्ग महिला को अपने हाथों से खाना खिलाने का फोटो हो रहा वायरल , लोग कर रहे सलाम
सोशल मीडिया पर हैदराबाद ट्रैफिक पुलिस के एक होमगार्ड की तस्वीर वायरल हो रही है। ट्रैफिक पुलिस होमगार्ड बी गोपाल की एक बेघर और लाचार महिला को हाथ से खाना खिलाते हुए तस्वीर सोशल मीडिया पर लोगों की खूब वाहवाही लूट रही है और राज्य के गृहमंत्री ने इस काम के लिए उनकी तारीफ की है। तस्वीर एकदम भावुक कर देने वाली है और मानवता का पाठ पढ़ाती है। किसी भूखे को भोजन खिलाने का सुख कैसा होता है, तस्वीर यह बात बखूबी बयां कर रही है। द न्यूज मिनट की खबर के मुताबिक तस्वीर उस वक्त ली गई जब रविवार (1 मार्च) को बी गोपाल कुक्कड़पल्ली की जवाहर लाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी के पास वाले जंक्शन पर तैनात थे। बी गोपाल ने देखा कि एक कमजोर दिखने वाली बुजुर्ग महिला दैनीय स्थिति में सड़क किनारे लेटी थी, महिला का नाम बुचाम्मा है। गोपाल से उसकी हालत देखी नहीं गई और वह उसके लिए खाना ले आए। गोपाल ने यहीं अपना काम पूरा नहीं समझा, उन्होंने अपने हाथों से महिला को खाना खिलाया।
हैदराबाद पुलिस के पीआरओ ने इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर किया, जो कि तेजी से वायरल हो रही है। सोशल मीडिया यूजरों समेत साइबराबाद पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार और गृहमंत्री नयनी नरसिम्हा रेड्डी ने गोपाल की प्रशंसा की। गोपाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा- ”कल मैंने बुचाम्मा को सड़के किनारे बहुत बुरी हालत में देखा, वह एकदम क्षीण लग रही थीं। मुझे कारण जानने में देर नहीं लगी कि वह भूखी थीं। वह अपनी उंगलियां तक उठाने की हालत में नहीं थीं तो मैंने उनको खाना खिलाया।” गोपाल ने बताया कि वह लगभग हर दिन बुचाम्मा को देखते आए हैं और उनसे बात करते हैं।
गोपाल ने बताया- ”पांच महीने पहले एक वाहन ने बुचाम्मा को टक्कर मार दी थी। तब हम उन्हें अस्पताल ले गए थे और उनकी देखभाल की थी। तब से वह विभाग के उन लोगों के काफी करीब रहती हैं जो ड्यूटी पर वहां तैनात होते हैं।” अब बुचाम्मा को चेरापल्ली के एक वेलफेयर होम (कल्याण घर) में भेजा रहा है। गोपाल ने बताया कि बुचाम्मा के नौ बच्चे हैं, लेकिन उन्होंने उन्हें बेघर छोड़ दिया, उम्मीद है कि उनमें से एक उनकी तलाश में आएगा और उन्हें घर ले जाएगा। गोपाल ने यह भी कहा कि अक्सर पुलिसवालों के बारे में लोगों को लगता है कि उनमें इंसानियत नहीं होती है, हो सकता है कि यह तस्वीर उनके मन में कुछ बदलाव लाए, पुलिस लोगों की सेवा के लिए ही है।