पहली बार प्रवीण तोगड़िया से छिनी VHP की कमान, जानें- कौन हैं नए अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष
शनिवार को वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव में तोगड़िया गुट के राघव रेड्डी को शिकस्त मिली और विष्णु सदाशिवम् कोकजे वीएचपी के नए अध्यक्ष निर्वाचित हो गए. इसके साथ ही प्रवीण तोगड़िया का 32 साल पुराना विहिप का सफर समाप्त हो गया. अब सवाल ये है कि विहिप अध्यक्ष के चुनाव में परास्त होने के बाद प्रवीण तोगड़िया अगला कदम क्या उठाएंगे?
नई दिल्ली से सटे गुरुग्राम के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में विहिप के 273 में से 192 प्रतिनिधियों ने वोट डाले। विहिप की स्थापना 1964 में हुई थी। माना जा रहा है कि इस चुनाव में विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया का कद घटाने के लिए यह चुनाव कराए गए हैं। तोगड़िया के रिश्ते पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी और संघ से अच्छे नहीं चल रहे हैं। शायद इसीलिए चुनाव से ऐन पहले जस्टिस कोकजे को मैदान में उतारा गया। मौजूदा अध्यक्ष राघव रेड्डी तोगड़िया के करीबी समझे जाते हैं। इसलिए तीसरी बार उनकी ताजपोशी नहीं हो सकी।
जस्टिस कोकजे का पूरा नाम विष्णु सदाशिव कोकजे है। वो वाजपेयी सरकार के दौरान 8 मई 2003 से लेकर 19 जुलाई 2008 तक हिमाचल प्रदेश के गवर्नर रह चुके हैं। जस्टिस कोकजे उससे पहले जुलाई 1990 से अप्रैल 1994 तक मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के जज और अप्रैल 1994 से सितंबर 2001 तक राजस्थान हाई कोर्ट में भी जज रह चुके हैं। वो मूलत: मध्य प्रदेश के इंदौर के रहने वाले हैं। जस्टिस कोकजे भारत विकास परिषद के बी अध्यक्ष रह चुके हैं।
79 साल के जस्टिस वी सदाशिव कोकजे का जन्म 6 सितंबर, 1939 को मध्य प्रदेश के धार जिले में दाही तहसील के कुकसी गांव में हुआ था। उन्होंने इंदौर के होल्कर कॉलेज से बीए किया। इसके बाद क्रिश्चन कॉलेज से समाज शास्त्र में एमए की डिग्री ली। इंदौर से ही उन्होंने लॉ किया। इसके बाद 1964 से वकालत करने लगे।