बच्चों के साथ घिनौनी हरकत के लिए कोर्ट ने दी 18 साल की जेल, इस ईसाई धर्मगुरु ने 10 साल में 19 वारदात को दिया अंजाम
ब्रिटेन के लंदन शहर में बच्चों का यौन शोषण करने वाले एक ईसाई धर्मगुरु को 18 साल जेल की सजा सुनाई गई है। ब्रिटिश कैथलिक स्कूल में वह साल 1970 से बच्चों के साथ छेड़खानी करता आ रहा था। 10 सालों में उसने कुल 19 वारदात को अंजाम दिया है। आरोपी की पहचान एंड्रयू सोपर के रूप में हुई है। वह 74 साल का है। साल 2011 में उस पर बच्चों से यौन शोषण के आरोप लगे थे। तब मुकदमा चलने के डर के चलते वह कोसोवो से फरार हो गया था। बता दें कि सोपर पर लंदन में सेंट बेनेडिक्ट स्कूल में हेडमास्टर रहने के दौरान छात्रों का यौन शोषण करने का आरोप लगा था। साल 2016 में वह 19 अपराधों के मामले में प्रत्यर्पित किया था, जिन्हें उसने साल 1970 से 1980 के बीच अंजाम दिया था। यहां की ओल्ड बेली सेंट्रल क्रिमिनल कोर्ट की एक ज्यूरी ने उन्हें छह दिसंबर को इन सभी आरोपों में दोषी पाया। जबकि, शुक्रवार को उसको इन मामले में सजा सुनाई गई।
जज एंथनी बेट ने कहा, “सोपर का रवैया विश्वास भंग करने वाला था। वह बेनेडिक्टिन आदेशों और कैथलिक चर्च की बताई हुई बातों के खिलाफ गया।” ट्रायल की सुनवाई में पता लगा कि आखिर पीड़ितों को कैसे बेवजह पीटा और परेशान किया जाता था। मसलन गलत दिशा में फुटबॉल को किक करना या दूसरे जगह की सीढ़िया इस्तेमाल करना इसमें शामिल था।
सोपर को सजा सुनाए जाने के बाद पुलिस डिटेक्टिव सुप्रिटेंडेंट एंग स्कॉट ने इस बारे में कहा, “सोपर ने स्कूल के हेडमास्टर के नाते बच्चों के साथ दुर्वयवहार और यौन शोषण कर के अपने पद का गलत इस्तेमाल किया है। जांच-पड़ताल के दौरान न्याय से बचने के लिए वह ब्रिटेन से भाग गया था। वह उसके बाद अपनी जमानत को लेकर जवाब देने में नाकाम साबित हुआ था।”