राहुल के कैंडल मार्च में प्रियंका गांधी के साथ धक्कामुक्की, बोलीं- जिन्हें यह सब करना हो, घर जाएं
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आधी रात को दिल्ली के इंडिया गेट पर एक मार्च का आयोजन किया। यह मार्च कठुआ और उन्नाव में हुए गैंगरेप के विरोध में आयोजित किया गया था। मार्च के दौरान राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद रही। मार्च के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिससे प्रियंका गांधी नाराज हो गई। दरअसल मार्च के दौरान लोगों की भीड़ थोड़ी अनियंत्रित हो गई, जिससे थोड़ी धक्का मुक्की भी हुई। इस पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि जो लोग यहां धक्का-मुक्की करने आए हैं, वो अपने घर जाएं। अब कृप्या शांति बनाए रखें और चुपचाप चलें। गुस्सा जाहिर करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि उस कारण के बारे में सोचें, जिसके लिए हम यहां आए हैं।
बता दें कि राहुल गांधी ने यह मार्च कठुआ और उन्नाव गैंगरेप पर पीएम मोदी के चुप्पी साधने के विरोध में आयोजित किया था। कांग्रेस अध्यक्ष ने मार्च आयोजित कर गैंगरेप पीड़िताओं को इंसाफ दिलाने की मांग की। जम्मू कश्मीर के कठुआ जिले में एक 8 साल की बच्ची से बीती जनवरी में गैंगरेप किया गया था। अब जब पुलिस ने इस मामले की चार्जशीट अदालत में दाखिल की तो पीड़ित बच्ची के साथ हुई बर्बरता को जानकर बवाल हो गया और पूरे देश में इस गैंगरेप पर अपना दुख जाहिर किया है। गैंगरेप के आरोपियों में जम्मू कश्मीर पुलिस के 2 स्पेशल पुलिस ऑफिसर और 1 हेड कॉन्सटेबल शामिल है। वहीं उत्तर प्रदेश के उन्नाव में भी एक युवती के साथ गैंगरेप की घटना हुई, जिसमें भाजपा के एक विधायक आरोपी हैं।
इन्हीं मामलों को लेकर राहुल गांधी ने गुरुवार की रात दिल्ली के इंडिया गेट पर एक कैंडल मार्च निकाला। इस मार्च के दौरान कांग्रेस के कई बड़े नेता जैसे अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, अंबिका सोनी आदि मौजूद थे। इनके अलावा बड़ी संख्या में लोग भी इस मार्च के दौरान मौजूद रहे। प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी अपने पति रॉबर्ट वाड्रा के साथ इस मार्च में शिरकत की। मार्च के दौरान लोगों ने मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग की। उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने कठुआ गैंगरेप को लेकर ट्वीट भी किया था। अपने ट्वीट में राहुल गांधी ने कहा था कि ऐसे अपराध के लिए आरोपियों को बचाया जा रहा है? आसिफा के साथ कठुआ में जो भी हुआ, वह मानवता के विरुद्ध अपराध है और आरोपियों बिना सजा मिले नहीं छूटने चाहिए।