गुजरात के रण में बोले राहुल गांधी: जब तक गब्बर सिंह टैक्स GST नहीं हो जाता, आराम से नहीं बैठूंगा
कई चीजों पर जीएसटी दरें कम करने के केन्द्र के फैसले का श्रेय लेने का प्रयास करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज (11 नवंबर) कहा कि जब तक पांच स्लैब का ‘‘गब्बर सिंह टैक्स’’ 18 प्रतिशत सीमा के साथ ‘‘वस्तु एवं सेवा कर’’ में नहीं बदलता तब तक वह आराम से नहीं बैठेंगे। गांधीनगर में आज अक्षरधाम मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद उत्तरी गुजरात का चुनावी दौरा शुरू करने वाले राहुल ने एक बार फिर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की एक कंपनी का मुद्दा उठाया।उन्होंने उत्तरी गुजरात के इस शहर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमने केन्द्र पर दबाव बनाया, गुजरात की जनता, छोटे दुकानदारों ने दबाव बनाया और मुझे कहते हुए खुशी हो रही है कि केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कई चीजों को जीएसटी के तहत 28 प्रतिशत स्लैब से हटाकर 18 प्रतिशत स्लैब में डाला है।’’ राहुल ने कहा, ‘‘पांच स्लैब के साथ, यह गब्बर सिंह टैक्स है, लेकिन एक टैक्स से यह जीएसटी है। न तो गुजरात,ना ही भारत को गब्बर सिंह टैक्स की जरूरत है। कांग्रेस ने भाजपा को स्पष्ट कहा है कि 18 प्रतिशत सीमा और साधारण टैक्स वाला एक टैक्स होना चाहिए।’’
अमेठी से सांसद राहुल ने कहा कि ‘‘गब्बर सिंह टैक्स’’ ने गुजरात और देश के अन्य भागों में छोटे और मंझोले कारोबारियों को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह गब्बर सिंह टैक्स इस देश के छोटे लोगों को लूट रहा है। इस गब्बर सिंह टैक्स का एकमात्र उद्देश्य गुजरात और देश के अन्य भागों के छोटे और मंझोले उद्योगों की रीढ़ तोड़ना है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस जीएसटी ने गुजरात और भारत को नुकसान पहुंचाया है। अच्छा है कि केन्द्र ने कल इसमें कुछ बदलाव किये। लेकिन हम यहीं नहीं रूकेंगे। हम केवल तब रूकेंगे जब गुजरात और भारत को जीएसटी मिलेगा, गब्बर सिंह टैक्स नहीं।’’
इससे पहले कांग्रेस ने आज रोजमर्रा के इस्तेमाल की 178 वस्तुओं पर टैक्स में कटौती के जीएसटी कौंसिल के फैसले का श्रेय लेने की कोशिश की। उसने कहा कि पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा डाले गए दबाव और चुनाव का सामना कर रहे गुजरात में उसके प्रचार को मिल रही अच्छी प्रतिक्रिया की वजह से सरकार यह कदम उठाने पर मजबूर हुई। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के लिये सरकार पर हमला करते हुए राहुल ने कहा कि कांग्रेस जीएसटी की सर्वोच्च दर 18 फीसदी पर लाने के लिये लड़ाई जारी रखेगी और संकल्प जताया कि अगर सत्तारूढ़ भाजपा नहीं कर पाती है तो उनकी पार्टी यह काम करेगी। फिलहाल जीएसटी के तहत कर की सर्वोच्च दर 28 फीसदी है। गुजरात में कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अशोक गहलोत ने पीटीआई-भाषा से कहा कि राहुल की ओर से बढ़ाए गए दबाव और चुनाव का सामना करने जा रहे गुजरात में उसे मिल रही अच्छी प्रतिक्रिया के मद्देनजर जीएसटी कौंसिल ने कल कर की दरों में कटौती करने का फैसला किया था