UP: रायबरेली के NTPC प्लांट में मरने वालों की संख्या हुई 26, घायलों से मिलने पहुंचे राहुल गांधी
उत्तर प्रदेश के रायबरेली में बुधवार को बड़ा हादसा हुआ। नेशनल थर्मल पॉवर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) के ऊंचाहार प्लांट में बॉयलर का पाइप फट गया था। हादसे में मरने वालों की संख्या गुरुवार को बढ़कर 26 हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 200 से अधिक लोग इसमें घायल हुए। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इसी को ध्यान में रखते हुए अपना गुरजात दौरा बीच में छोड़ा और घायलों और मृतकों के परिजनों से मिलने रायबरेली पहुंचे। यहां उन्होंने उनका हाल-चाल लिया और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। राहुल से पहले उनकी मां और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी इस घटना पर खेद जताया था। रायबरेली से सांसद सोनिया ने कहा था कि वह पीड़ित परिवार वालों के दुख में साथ हैं। वह उनकी मदद के लिए तत्पर रहेंगी। हालांकि, सोनिया खुद घायलों से मिलने आना चाहती थीं, लेकिन तबीयत में गड़बड़ी के कारण वे आ न सकीं। यही नहीं, उनके निजी सचिव ने अस्पताल में घायलों का हाल-चाल लिया था। उधर, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर दुख प्रकट किया था।
उधर, घटना के बारे में सुबह तक जिलाधिकारी संजय कुमार ने बताया था हादसे में 22 लोगों की मौत हुई है। जबकि 66 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। एनडीआरएफ का दस्ता राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है। हादसे की जांच के लिए एक टीम का गठन किया है, जिसमें मजिस्ट्रेट और टेक्निकल अधिकारी हैं। हादसे के बाद केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर.के सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि सरकार इस हादसे में मरने वालों के परिजन को 20 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को 10 लाख रुपए और जिन्हें हल्की चोटें आई हैं, उन्हें दो लाख रुपए मुआवजे के रूप में दिए जाएंगे। विस्फोट की वजह पता लगाने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है, जो भविष्य के लिए भी एहतियात बरतेगी।
राहुल के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्घटना में हुई मौतों पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है। साथ ही गंभीर रूप से घायलों को पचास-पचास हजार रुपये तथा अन्य घायलों को पच्चीस-पच्चीस हजार रुपये आर्थिक मदद की घोषणा की है।
रायबरेली के ऊंचाहार स्थित एनटीपीसी प्लांट में बॉयलर फट गया था। अब तक इसमें 26 लोगों की मौत हुई है। जबकि 66 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर आई है। जिला प्रशासन ने बुधवार देर रात 18 मौतों की पुष्टि की थी। अधिकारियों के मुताबिक, घायलों को जिला अस्पताल के साथ साथ इलाहाबाद के अस्पताल और लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। इनमें से कई की हालत नाजुक है। बताया जा रहा है कि जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस वक्त प्लांट में करीब 150 मजदूर काम कर रहे थे। जहां यह हादसा हुआ, वहां 500 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है।