Rajasthan: “कौन है तू? मैं डिप्टी एसपी हूं, क्या है तेरी जिम्मेदारी?” थाने के सामने कांग्रेस व‍िधायक और DSP में तू-तू मैं-मैं 

राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के संगरिया क्षेत्र में उस समय तनाव पैदा हो गया जब कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया और डीएसपी करण सिंह के बीच थाने के सामने तीखी बहस हो गई. यह विवाद एक मजदूर की मौत के बाद मुआवजा की मांग को लेकर शुरू हुआ. कई दौर की बातचीत के बाद प्रशासन और परिजनों के बीच समझौता हुआ. मृतक के पर‍िजन को 12 लाख 50 हजार रुपए मुआवजा, उसकी बहन को संविदा पर कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी और थाना अधिकारी की जांच के आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया गया. 

छत से गिरकर मजदूर की मौत

हनुमानगढ़ के संगरिया क्षेत्र के गांव रतनपुरा कैंचियां में  मजदूर  अजय एक फैक्ट्री में काम करते समय 25-30 फीट ऊंचाई से नीचे गिर गया.  उसे गंभीर हालत में पहले संगरिया के निजी अस्पताल, फिर हनुमानगढ़ जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. 

धरने पर बैठे कांग्रेस MLA अभि‍मन्‍यु पून‍िया 

मृतक अजय के परिजनों के साथ कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया थाने के बाहर धरने पर बैठ गए. उन्होंने संगरिया पुलिस पर लापरवाही और फैक्ट्री संचालकों से मिलीभगत का आरोप लगाया.  विधायक ने थाना अधिकारी को निलंबित करने, मृतक के परिवार को मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग रखी. 

डीएसपी और विधायक में तीखी बहस

धरने के दौरान डीएसपी करण सिंह मौके पर पहुंचे और विधायक से बातचीत करने की कोशिश की. इसी बीच बहस तेज हो गई.  विधायक ने डीएसपी से पूछा, “कौन हो तुम?” जिस पर डीएसपी ने जवाब दिया, “मैं डिप्टी एसपी हूं, सर्किल ऑफिसर हूं. ” इस पर विधायक बोले, “तो क्या करें?” बहस इस कदर बढ़ गई कि हाथापाई तक की नौबत आ गई.  मौके पर मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर स्थिति को संभाला.

ठेकेदार पर धमकाने और लापरवाही का आरोप

मृतक के पिता जोगेंद्र सिंह ने बताया कि उनका बेटा जीसीएस फैक्ट्री में मजदूरी करता था.  ठेकेदार बलजीत सिंह ने अजय को 30 फीट ऊंचे शेड पर काम करने को कहा, जहां कोई सुरक्षा उपकरण नहीं दिए गए.  अजय के मना करने पर भी उसे धमकाकर ऊपर भेजा गया और शेड टूटने से वह नीचे गिर गया.