Rajasthan: नाबालिग ने गलत काम से मना किया तो मां के प्रेमी ने प्राइवेट पार्ट में डाल दिया गर्म तेल, 2 दिन बाद कराया इलाज,
प्राइवेट पार्ट में गर्म तेल डालने के बाद नाबालिग को दो दिन तक कमरे में बंद करके रखा गया. जब इलाज ने मिलने के बाद उसके शरीर से बदबू आने लगी तब पीड़ित की मां उसे डॉक्टर के पास ले गई और वहां यह बताया इलाज कराया कि बच्ची खेलते वक्त गर्म तेल में गिरकर घायल हो गई.
राजस्थान के जैसलमेर शहर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां 15 साल की एक नाबालिग बच्ची से उसकी मां के प्रेमी ने गलत हरकत करने की कोशिश की. जब बच्ची ने इसका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई, और फिर प्राइवेट पार्ट में गर्म तेल डालकर उसे जला दिया गया. इसके बाद बच्ची को दो दिन तक बिना इलाज के कमरे में बंद रखा गया. जब उसके प्राइवेट पार्ट से बदबू आने लगी तो बच्ची की मां उसे एक प्राइवेट अस्पताल ले गई, और वहां डॉक्टर को खेलते वक्त गर्म तेल में गिरने की गलत जानकारी देकर उसका इलाज कराया, और फिर घर वापस ले आई.
पुलिस ने नहीं जोड़ी पोक्सो की धारा
इस घटना के 16 दिन बाद बच्ची से फिर मारपीट की गई, जिसके बाद वो मौका पाकर घर से भाग निकली और पूरी रात एक प्राइवेट अस्पताल में नर्स के पास गुजारी. सुबह होने पर डर से सहमी बच्ची ने हिम्मत करके पुलिसकर्मी को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी. इसके बाद 2 जुलाई को जैसलमेर कोतवाली पुलिस ने बच्ची के बयान पर धारा 323, 324 भादस व 75 जेजे एक्ट में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी, और नाबालिग को बाल कल्याण समिति को सौंप दिया. वहां पर उसकी काउसंलिंग की गई, जिसमें उन्होंने रेप की कोशिश करने वाली बात का खुलासा किया. इसके बाद बाल कल्याण समिति ने जैसलमेर पुलिस को पत्र लिखकर एफआईआर में पोक्सो एक्ट जोड़ते हुए कार्रवाई करने के लिए कहा.
आरोपी को किया गया गिरफ्तार
जैसलमेर की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (महिला अपराध अनुसंधान प्रकोष्ठ) प्रियंका कुमावत ने बताया कि नाबालिग के प्राइवेट पार्ट में गर्म तेल डालने का मामला 14 जून का है. जबकि उसके साथ दोबारा मारपीट 30 जून को हुई थी. 2 जुलाई को जब हमने बच्ची के बयान लिए थे तब उसने सिर्फ मारपीट के बारे में जानकारी दी थी. बाद में जब बाल कल्याण समिति की काउंसलिंग में उसने जबरदस्ती वाली घटना के बारे में बताया जो हमने पोक्सो एक्ट जोड़कर बच्ची के कोर्ट में दोबारा बयान करवाकर मेडिकल भी कराया. वहीं आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी पीड़िता का मुंह बोला चाचा लगता है. FSL टीम ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया है. फिहलाल केस की जांच जारी है.
‘बहन के साथ भी की थी ज्यादती’
इस केस की जांच कर रहीं महिला थानाधिकारी डॉ. गीता विश्नोई ने बताया कि आरोपी का नाम दीपक दुगंज उर्फ दीपक रामपत डुलगंज है. वो 40 साल का है और मूल से महाराष्ट्र का रहने वाला है. वर्तमान में वह जैसमेर के भाटिया पाडा में रह रहा था. उसके बच्ची की मां से नाजायज संबंध थे, और वो दोनों लिव इन में रह रहे थे. इस मामले में नाबालिक ने आरोपी पर अपनी बहन के साथ ज्यादती व अनैतिक कार्य करने के आरोप भी लगाए हैं, जिसके बाद अब बाल कल्याण समिति पीड़िता की बहन की काउंसलिंग करवा रही है. समिति की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.