60 रुपये का स्‍टाइपेंड पाने वाले ने खड़ा कर डाला 10,000 करोड़ का कारोबार, पढ़ें कैसे किया

इस शख्स ने शेयर मार्केट के गुर तब सीखे थे जब उनके पापा शाम को अपने दोस्तों के साथ ड्रिंक पार्टी के दौरान अपने बिजनेस पर चर्चा करते। डैडी अपने बिजनेस फ्रेंड्स के साथ बुल, बियर (तेजडिया, मंदडिया) की बातें करते, स्टॉक खंगालते और 10 से 100 रुपये कमाने पर गप करते। इस बच्चे को शेयर बाजार की बातें समझ तो ना आती लेकिन इसमें इसकी दिलचस्पी काफी थी और रोजाना ही बढ़ती जा रही थी। तब इस बालक के अंदर का बिजनेसमैन आकार ले रहा था। आखिरकार एक दिन आज के दिग्गज निवेश राकेश झुनझुनवाला ने अपने पिता से ही पूछ ही दिया कि ये स्टॉक के दाम रोजाना घटते-बढ़ते क्यों है? जवाब में उनके पिता ने कहा कि जाकर अखबार में देखो ग्वालियर रेयान के बारे में कोई खबर है और ये भी पता करो कि क्या कल ग्वालियर रेयान की कीमतें घटने-बढ़ने वाली है। इसी के साथ शुरू हुई शेयर बिजनेस में राकेश झुनझुनवाला की औपचारिक ट्रेनिंग। झुनझुनवाला ने ईटी नाउ को दिए एक इंटरव्यू में खुलासा किया था।

सालों बाद राकेश झुनझुनवाला आज शेयर बाजार के बिग बुल और दिग्गज निवेशक हैं। आज उनके पोर्टफोलियो में 10 हजार करोड़ रुपये के शेयर हैं। वो जिस कंपनी के शेयर में पैसा लगाते हैं छोटे-मोटे हजारों इनवेस्टर उस कंपनी को भरोसे का प्रतीक मानते हैं और मुनाफे की उम्मीद में अपना पैसा लगाते हैं। लेकिन यह जानकर आप हैरान होंगे कि उनकी पहली स्टाइपेंड (कमाई) मात्र 60 रुपये थी। पिछले हफ्ते सीएनबीसी टीवी 18 को दिये एक इंटरव्यू में राकेश झुनझुनवाला अपने बिजनेस सफर पर खुलकर बोले। उन्होंने कहा कि पहले साल उन्हें 60 रुपये का स्टाइपेंड मिलता था, दूसरे साल 80 रुपये का और इसके बाद 90 रुपये का स्टाइपेंड मिलता था।

राकेश झुनझुनवाला शेयर बाजार में तब से निवेश कर रहे हैं जब सेंसेक्स 150 पर था। शुक्रवार (13 अक्टूबर) को जब सेंसेक्स पर बंद हुआ तो ये 32 हजार 432 पर था। झुनझुनवाला ने कहा कि उन्होंने पहली बार जिस कंपनी का शेयर खरीदा था वो था टाटा टी। टाटा टी के शेयर बेचकर ही उन्होंने पहली बार बड़ी कमाई की। झुनझुनवाला के मुताबिक उन्होंने टाटा टी के 5 हजार शेयर 43 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से खरीदे थे। तीन महीने बाद उन्होंने इन शेयरों 143 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से बेच दिये और एकमुश्त 5 लाख रुपये की कमाई की। राकेश झुनझुनवाला का बिजनेस माइंड यहीं नहीं रुका, उन्होंने इस पैसे को 1985 में टाटा टी में ही लगा दिया आज इसकी कीमत 50 करोड़ रुपये है।

राकेश झुनझुनवाला की कामयाबी की दूसरी कहानी टाइटन में निवेश को लेकर है। उन्होंने 2002-03 में टाइटन के 6 करोड़ शेयर 3 रुपये मूल्य के आधार पर खरीदे। शुक्रवार को टाइटन के एक शेयर की कीमत 623 रुपये थी। आज टाइटन लिमिटेड में राकेश झुनझुनवाला के 8.3 प्रतिशत शेयर हैं। आंकड़े में ये शेयर 804 लाख ठहरते हैं। और वर्तमान में इसकी वैल्यू है 3 हजार 644 करोड़ रुपये। टाइटन देश की जानी-मानी कंपनी है। जब उनसे कामयाबी का राज पूछा गया तो उन्होंने बताया कि, वो बात जो उन्हें औरों से अलग करती है वो है रिस्क लेने की क्षमता। शेयर बाजार के इस टायकून का कहना है कि, ‘एक चीज मुझे अलग करती है वो ये है कि मेरे अंदर हिम्मत है, मेरे बैंक में भले ही हजार रुपये हो लेकिन यदि मुझे लगता है कि कोई डील एक करोड़ के लायक है तो मैं उसे करूंगा। झटकों से मैं पीछे नहीं हटता हूं।’ झुनझुनवाला ने कहा कि अगर नुकसान होता है तो उसे 10 मिनट तक एहसास करता हूं फिर आगे बढ़ जाता हूं।’

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