स्कूल के आठ बच्चों ने पुलिस को बताई अपने साथ हुए अत्याचार की दास्तान: बच्चों थे कैद और पेशाब के लिए दे रखी थी बोतल

नवी मुंबई के एक कजारत स्कूल के आठ बच्चों ने पुलिस को अपने साथ अत्याचार की भयानक कहानी बताई है। इन बच्चों ने बताया कि स्कूल के केअरटेकर ने हॉस्टल में उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया था। रेप का आरोपी ये केयरटेकर बच्चों का यौन शोषण करता था। इन दिव्यांग बच्चों पर जुल्म का आलम ये था कि इन्हें पेशाब करने के लिए भी बाहर जाने नहीं दिया जाता था। केअरटेकर ने इन्हें प्लास्टिक की बोतलें दे रखी थी, इसी से ये मासूम बच्चे काम चलाते थे। गुरुवार (10 मई) को इस मामले में आरोपी राम बेंबारे की जमानत याचिका पर मुंबई अलीबाग कोर्ट में सुनवाई हुई। अदालत ने इस शख्स को अभी न्यायिक हिरासत में रखा है। सरकार वकील संतोष पवार ने इस शख्स की जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि हम इसके जमानत का विरोध करते हैं, अगले सप्ताह इस मामले में फैसला आने वाला है।

कजारत पुलिस इंस्पेक्टर सुजाता तनवाडे ने कहा कि आठ बच्चों का लंबे वक्त तक शोषण किया गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सुजाता तनवाड़े ने बताया, “केअरटेकर नशे की हालत में बोर्डिंग स्कूल आया करता था, कुछ साल पहले एक बच्चा यहां से गायब हो गया था लेकिन पुलिस ने उसे रेस्क्यू कर लिया था। पुलिस के मुताबिक आरोपी स्कूल की सुपरिंटेंडेंट और हेड मिस्ट्रेस का रिश्तेदार है इसलिए उसे बचा लिया गया था। पुलिस के मुताबिक केअरटेकर हॉस्टल में बच्चों को पीटा करता था। कजारत पुलिस इंस्पेक्टर सुजाता तनवाडे के मुताबिक केअरटेकर बच्चों को कमरे में बंद कर दरवाजा बंद कर देता और सो जाया करता था, वह बच्चों को प्लास्टिक बोतल पेशाब करने के लिए दे रखा था, बच्चों को ये शख्स पेशाबघर नहीं जाने देता था।

पुलिस का कहना है कि इस मामले में स्कूल की सुपरिंटेंडेंट और हेड मिस्ट्रेस का नाम ही चार्जशीट में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि फिलहाल दोनों बेल पर रिहा है। पुलिस के मुताबिक इन दोनों को घटना की जानकारी थी बावजूद इसके इन्होंने इसे नजरअंदाज किया। पुलिस का कहना है कि इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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