मंदसौर की गैंगरेप पीड़ित बच्ची की कराहती हुई निकली आवाज़: मुझे ठीक कर दो, या मार डालो
इंदौर के एमवाय अस्पताल में भर्ती 8 साल की गैंगरेप पीड़ित बच्ची अपने ओर बढ़ते अनजान शख्स को देख चीख जाती है और सहम कर अपनी मां से लिपट जाती है। नर्स जब उसे सूई लगाने आती हैं, या फिर डॉक्टर जब चेक करने आते हैं तो बच्ची बेहद डर जाती है। वह अपने मां को एक सेकेंड भी छोड़ना नहीं चाहती हैं। शुक्रवार (29 जून) को बच्ची दर्द से इस तरह कराह उठी कि वह बोल पड़ी- ‘मां मुझे ठीक कर दो, या मार डालो।’ अपने जिगर के टुकड़े के मुंह से ऐसी बात सुनकर बेटी की मां का कलेजा फट पड़ता है। बच्ची की मां ने कहा कि जितना दर्द उस दरिंदे ने उसकी बेटी को दिया है, उतना ही दर्द उसे भी मिलना चाहिए। इसके बाद उसे फांसी दी जानी चाहिए। बच्ची की मां ने यह कहते हुए संतोष जताया कि अब उसकी हालत सुधर रही है। उन्होंने कहा, “वो पानी मांग रही है, कल खाना मांगा था उसने…पपड़ी खाना है…चिप्स खाना है…उसे फांसी होना चाहिए, जैसा उसने मेरी लड़की के साथ किया है, उससे ज्यादा होना चाहिए…।”
इस बीच हिन्दू मुस्लिम समेत समाज के सभी लोगों ने इन दरिंदों के लिए फांसी की मांग की है। आरोपी इरफान के गांव रिंगनोद के लोगों ने ऐलान किया है कि अगर उसे फांसी दी जाती है तो वह गांव की कब्र में इसका शव दफन नहीं होने देंगे। इस बीच बच्ची का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने शनिवार (30 जून) को मेडिकल बुलेटिन जारी किया है। डॉक्टरों का कहना है कि लड़की की सेहत में सुधार हो रहा है और 2 हफ्ते में वह सामान्य हो सकती है।
इधर इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस भी बीजेपी पर हमलावर है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा शासित प्रदेशों में यह राज्य महिला विरोधी अपराधों का गढ़ बन गया है। दिल्ली में पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा, ””मंदसौर की हैवानियत व बर्बरता दिल दहला देने वाली है। भाजपा के राज्य में मध्य प्रदेश,महिलाओं के ख़लिाफ हो रहे जघन्य अपराधों का गढ़ बन गया है। लोगों का गुस्सा जायज है।” पीड़ित परिवार के प्रति भाजपा के एक नेता द्वारा कथित तौर पर संवेदनहीनता दिखाने से जुड़ी खबरों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ”पीड़ित परिवार के लोगों को सांत्वना देने की बजाय,भाजपाई सांसद उनसे “धन्यवाद”माँग रहें है। यह बहुत ही शर्मनाक है।” पार्टी ने कल भी इस घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।