बेहोशी में किया बलात्कार और बनाया वीडियो क्लिप, होश मे आने के बाद इसको दिखाकर महीनों करता रहा शोषण
हरियाणा में एक बार फिर बलात्कार की सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां पति से अलग होकर रह रही एक महिला को एक शख्स ने अपने चंगुल में फंसा लिया और उसका यौन शोषण करता रहा। सिरसा निवासी पीड़ित महिला ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि आरोपी शख्स ने उसे नशीला पदार्थ खिला दिया और बेहोशी की हालत में बलात्कार किया। आरोपी ने इसका वीडियो भी बना लिया। महिला ने आगे बताया कि आरोपी वीडियो क्लिप दिखाकर चार महीने तक उसका यौन शोषण करता रहा। गर्भवती होने के बाद रेलवे स्टेशन पर छोड़ कर भाग गया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। बता दें कि महिला की शादी करीब 11 साल पहले पंजाब के फिरोजपुर में हुई थी। पांच साल पहले किसी विवाद के चलते वह सिरसा में मायके आकर रहने लगी। जहां उसकी सहेली ने रोजगार के लिए महिला की मुलाकात सत्यवान से कराई, जिसने धागा फैक्ट्री ने नौकरी दिलवाने का झांसा दिया।
रिपोर्ट के अनुसार इसके बाद आरोपी ने महिला को सिरसा बस स्टैंड पर बुलाया, जहां से वह उसे ट्रेन के जरिए हिसार ले आया। इस दौरान आरोपी महिला को सूर्यनगर के एक मकान में लेकर जहां उससे देर होने के चलते अगले फैक्ट्री जाने की बात कही। इसके बाद आरोपी सत्यवान ने महिला को खाने में कुछ नशीला पदार्थ खिला दिया। महिला ने बताया, ‘बेहोशी की हालत में उसने मेरे साथ दुष्कर्म किया। आरोपी ने मुझे मेरी अश्लील क्लिप भी दिखाई। उसने विरोध करने पर वीडियो वायरल करने की धमकी। वह चार महीने तक बंधक बनाकर मेरा यौन शोषण करता रहा।’
बता दें कि हरियाणा में दुष्कर्म की घटनाओं पर खट्टर सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने राज्य को ‘रेप स्टेट ऑफ इंडिया’ करार दिया है। कांग्रेस ने कहा है कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के बजाए आरोप-प्रत्यारोप में लगे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उनकी सरकार का रवैया आश्चर्यजनक है। कांग्रेस प्रवक्ता सुष्मिता देव ने कहा, “रोजाना अखबारों और टीवी को खोलकर देखना हैरान कर देने वाला है। ऐसा लगता है कि हरियाणा ‘रेप कैपिटल’, ‘रेप स्टेट ऑफ इंडिया’ बन चुका है।’
उन्होंने कहा, ‘सबसे भयावह हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर जी का रवैया है जो स्पष्ट रूप से महिलाओं के खिलाफ इस तरह के घिनौने अपराधों को रोकने और दुष्कर्म के अपराधियों के खिलाफ गंभीर कार्रवाई करने के बजाय राजनीतिक बयान देने और आरोप प्रत्यारोप पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’