रेप के आरोपी दाती महाराज ने खुद से रिकॉर्ड की ऑडियो क्लिप वॉट्सएप पर भेज पीड़िता को बताया ‘बेटी’
रेप के आरोपों से घिरे शनिधाम के संस्थापक दाती महाराज उर्फ मदन लाल राजस्थानी ने पीड़िता को बेटी समान बताया है। गुरुवार (14 जून) को एक टीवी इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वह निर्दोष हैं। उन्हें साजिशन फंसाया जा रहा है। वह फांसी पर चढ़ जाएंगे, लेकिन नारियों का अपमान नहीं करेंगे। दाती महाराज ने इसके अलावा पुलिस जांच में सहयोग की बात भी कही है।
नई दिल्ली में मंगलवार को 25 वर्षीय एक लड़की ने उन पर रेप का आरोप लगाया। दावा किया कि दाती महाराज समेत चार लोगों ने उससे रेप किया। बाद में पेशाब भी पिलाया। पीड़िता ने ये खुलासे साकेत स्थित अदालत में बयान दर्ज कराने के दौरान किए थे। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के अधिकारियों की मानें तो पीड़िता बीसीए की छात्रा है।
उसने बयान में कहा था कि नौ जनवरी 2016 को शनिधाम से जुड़ी नीतू उसे चरण सेवा के लिए दाती महाराज के पास ले गई थी, जहां उनके साथ अशोक, अर्जुन व नीमा जोशी ने उसके साथ रेप किया था। 2016 में उसे राजस्थान के पाली स्थित आश्रम ले जाया गया था, जबकि 2008 में उसे रात्रि सेवा और चरण सेवा के लिए चुना गया था।
गुरुवार को एक चैनल ने इसी मसले पर दाती महाराज से बात की। उन्होंने बताया, “मैं पूरी तरह से निर्दोष हूं। मेरी आर्थिक स्थिति फिलहाल ठीक नहीं है। मेरे खिलाफ साजिश रची गई है। पीड़िता मेरी बेटी जैसी है। मैं फांसी पर चढ़ जाऊंगा, मगर नारी का अपमान नहीं करूंगा।”
बकौल शनिधाम के संस्थापक, “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और देश बचाओ के लिए काम कर रहा हूं। 21 सालों से अपने जन्मदिन को कन्या भ्रूण दिवस के रूप में मना रहा हूं। रेप के आरोपों को सुना है। गुरु-शिष्य व पिता-पुत्री का रिश्ता बेहद पवित्र होता है, उस पर लांछन लगा है। एक बिटिया ने लांछन लगाया है।”
वह आगे बोले, “मैं नारी शक्ति के लिए काम कर रहा हूं। मैं उनके खिलाफ कभी नहीं था। जांच पुलिस के पास है और मैं पुलिस के साथ हूं। पुलिस बुलाएगी तो ठीक नहीं तो सोमवार को मैं उनके सामने हाजिर हो जाऊंगा।” मामला सामने आने और दाती महाराज के गायब होने के दौरान उनके समर्थक व आश्रम के लोग भी चुप थे। हालांकि, दावा किया जा रहा था कि आरोपी दाती महाराज पाली वाले आश्रम में छिपे थे।
एक अखबार से तब उनसे संपर्क साधने की कोशिश की थी, तो दाती महाराज ने खुद से रिकॉर्ड की ऑडियो क्लिप वॉट्सएप पर भेजी। दाती महाराज ने उस दौरान खुद पर लगे रेप और कुकर्म के आरोपों को बेबुनियाद ठहाराया था। मगर यह जरूर स्पष्ट कर दिया था कि वह उस दौरान दिल्ली से बाहर थे।