पत्रकार रवीश कुमार ने पीएनबी घोटाले को लेकर पूर्व सीएजी विनोद राय से मामले पर चुप्पी साधने की वजह पूछी
जाने-माने पत्रकार और एंकर रवीश कुमार ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले को लेकर पूर्व सीएजी विनोद राय के नाम खुला खत लिखा है। रवीश कुमार ने अपने फेसबुक पेज पर लिखे खुले खत में विनोद राय से मामले पर चुप्पी साधने की वजह पूछी है। रवीश कुमार में अपने खुले खत में विनोद राय पर चुटकी लेते हुए उन्हें शून्य प्रेमी बताया है। उन्होंने खत की शुरुआत में ही लिखा है कि आप शून्य प्रेमी हैं इसलिए इसमें (घोटाले में) ग्यारह के बाद शून्य ही शून्य हैं। रवीश कुमार ने खत में विनोद राय से कहा है कि प्रधानमंत्री ने उन्हें बैंक बोर्ड ब्यूरो का प्रमुख बनाकर बड़ा काम सौंपा है ताकि वह बैंकों की गवर्नेंस में सुधार लाएं और चेयरमैन से लेकर सदस्यों की नियुक्ति की प्रक्रिया को ठीक करें, लेकिव वह दो दिन से चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने खत में विनोद राय से पूछा है कि दो साल में उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक को लेकर कितनी बैठकें कीं और क्या सुधार किए?
रवीश कुमार ने यह भी लिखा कि क्या किसी रिपोर्टर ने इतने बड़े मामले में उनसे संपर्क नहीं साधा? रवीश कुमार ने विनोद राय के पूर्व कार्यकाल और वर्तमान कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुए टूजी केस का भी जिक्र किया है। उन्होंने लिखा है कि आपने टूजी केस में किताब लिखी, लेकिन ए राजा बाहर आ गए। पीएनबी घोटाले को लेकर विनोद राय की चुप्पी पर उन्होंने खत में पूछा है कि क्या आप फिर से कोई किताब लिख रहे हैं?
रवीश कुमार ने लिखा कि वह टूजी में आरोपियो के रिहा होने बाद भी चुप रहे, एक लेख तो लिखते या टीबी डिबेट में आते। उन्होंने कहा कि वह ए राजा से माफी ही मांग लेते। रवीश कुमार ने पीएनबी घोटाले पर विनोद राय पर तंज कसते हुए पत्र में लिखा है कि कहीं उनका बैंक बोर्ड ब्यूरो सरकार के कॉफी बोर्ड या टी बोर्ड की तरह तो नहीं है? रवीश कुमार ने विनोद राय से पत्र का जवाब मिलने की भी उम्मीद जताई है और आखिर में लिखा है कि आप देश की अंतरात्मा की दूसरी डायरी तो नहीं लिख रहे हैं। बता दें कि पीएनबी ने बुधवार (14 फरवरी) को 11,000 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े की जानकारी दी थी।