मेरा फैसला नहीं था इस्तीफा- मोदी मंत्रिमंडल से हटने के बाद बोले राजीव प्रताप रूडी
नरेन्द्र मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में राजीव प्रताप रूडी ने कहा है कि मंत्री पद से इस्तीफा देने का फैसला उनका अपना फैसला नहीं था। मीडिया से बात करते हुए रूडी ने कहा कि ये मेरा फैसला नहीं है, ये पार्टी का फैसला है, और मैं इसे स्वीकार करता हूं। राजीव प्रताप रूडी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ‘पार्टी का निर्णय हुआ आप इस्तीफा दें, ये बिल्कुल सामान्य प्रक्रिया है।’ रूडी ने कहा कि ‘सरकार में काम करने का मौका मिला, आगे भी पार्टी में काम करने का मौका मिले, बस इसी अभियान के साथ चलते हैं।’ रुडी के मुताबिक वे अपना इस्तीफा मांगे जाने की वजह नहीं जानते हैं लेकिन पार्टी से मिले आदेश का पालन कर उन्हें खुशी है। बता दें कि केन्द्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री रहे संजीव बलियान ने भी अपने इस्तीफे पर दो टूक कहा कि पार्टी द्वारा इस्तीफा देने के लिए कहे जाने पर मैंने एक वाक्य में अपना त्यागपत्र दे दिया।
राजीव प्रताप रूडी ने 21 अगस्त को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी। समझा जाता है कि अमित शाह ने उस वक्त ही रूडी को पार्टी के फैसले से अवगत करा दिया था। राजीव प्रताप रूडी मोदी मंत्रिमंडल में कौशल विकास मंत्रालय संभालते थे। इस मंत्रालय पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का काफी फोकस था। पीएम अपने हर सार्वजनिक भाषण में देश के युवाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट की चर्चा करते थे। समझा जाता है कि पीएम मोदी इस मंत्रालय के कामकाज को अपने कामयाबी के रुप में प्रोजेक्ट करना चाहते थे, लेकिन देश में रोजगार की घटती संभावनाओं की आती रिपोर्ट के बीच वे इस मंत्रालय के कामकाज से खुश नहीं थे।
राजीव प्रताप रूडी बिहार के छपरा से बीजेपी के सांसद है। बता दें कि केन्द्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की खबरों के बीच केन फग्गन सिंह कुलस्ते, संजीव बलियान, महेन्द्र नाथ पांडेय ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। मीडिया में जल संसाधन मंत्री उमा भारती के इस्तीफा देने की भी खबरें चल रही हैं।